Noida: मॉल में मारे गए बृजेश राय के गांव में पसरा मातम, पिता बोले- उस बाउंसर का हाथ काट के मुझे दो, जिसने मेरे बेटे को मार दिया
AajTak
Bihar News: दिल्ली से सटे यूपी के नोएडा में बिहार के युवक की हत्या से हंगामा मचा हुआ है. यूपी पुलिस ने इस मामले में सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, तो वहीं बिहार में मृतक के गांव के लोगा सीएम नीतीश कुमार से न्याय दिलाने की गुहार लगाने में लगे हैं.
नोएडा के गार्डन गैलरिया मॉल में सोमवार रात 30 साल के बृजेश राय की बाउंसरों की पिटाई से मौत हो गई थी. यह खबर मिलते ही उनके बिहार स्थित गांव में मातम पसर गया है. अपने छोटे बेटे की मौत की खबर मिलने के बाद पिता श्रीकांत राय और नाम मंजू देवी पूरी तरीके से टूट गए हैं. Aajtak की टीम बुधवार को राजधानी पटना से 110 किलोमीटर दूर सिवान जिला स्थित बृजेश राय के हसनपुरा गांव पहुंची.
Aajtak से बातचीत के दौरान मृतक बृजेश राय के पिता श्रीकांत राय अपने आंसू नहीं रोक पाए. बुजुर्ग पिता ने कहा, 'जिस बाउंसर की पिटाई की वजह से उनके बेटे की मौत हुई है, उसका हाथ काटकर मुझे दे दिया जाए, तभी मुझे शांति मिलेगी.' और यह कहते हुए वह फफक कर रो पड़े.
दोस्तों से नाराज बृजेश के पिता
इस मामले में श्रीकांत राय ने बृजेश के दोस्तों पर भी नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि घटना के वक्त मौजूद दोस्तों ने बृजेश की हत्या की खबर उसकी पत्नी या परिवार के किसी अन्य सदस्य को देने की भी जहमत नहीं उठाई और घटनास्थल से भाग खड़े हुए.
30 मई को दोबारा गांव आने वाला था बेटा
मां मंजू देवी ने बताया, अपनी साली की शादी में शामिल होने के लिए बृजेश पूरे परिवार के साथ 20 अप्रैल को भागलपुर पहुंचा था और फिर 25 तारीख को दिल्ली लौट गया था, उसी रात यह घटना घटी. उन्होंने बताया कि अपने भतीजे के जनेऊ कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बृजेश 30 मई को दोबारा गांव आने वाला था. परिजनों ने बताया कि बृजेश राय की शादी पूजा से मई 2015 में हुई थी और उसका साढ़े 4 साल का बेटा और 3 साल की बेटी है.
महाराष्ट्र में महायुति की महाविजय हो चुकी है, लेकिन सबसे शानदार प्रदर्शन बीजेपी का रहा है. बीजेपी 132 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी. अब सवाल ये है कि सीएम कौन बनेगा? क्योंकि बीजेपी को प्रचंड जीत मिली है, तो क्या देवेंद्र फडणवीस एक बार फिर मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं या फिर एकनाथ शिंदे को ही फिर से सीएम की कुर्सी मिलेगी? देखें मुंबई मेट्रो.
महाराष्ट्र चुनावों के नतीजों के बाद यह सवाल बड़ा है कि अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा? देवेंद्र फडणवीस की भाजपा ने शानदार जीत हासिल की है. सवाल यह है कि क्या वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर वापस आएंगे या कोई अन्य चेहरे को मौका मिलेगा? लेकिन इन सब सवालों के बीच एक सवाल ये भी कि क्या अब M फैक्टर मतलब मुस्लिम नहीं महिला? देखें
सत्तारूढ़ भाजपा-शिवसेना-राकांपा गठबंधन ने महाराष्ट्र चुनाव में प्रचंड जीत हासिल की, तो मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि नतीजों से यह मुद्दा सुलझ गया है कि असली शिवसेना कौन सी है. इस चुनाव में बड़ी हार के बाद अब 64 वर्षीय उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य ठाकरे के सामने अपनी पार्टी और कार्यकर्ताओं एकजुट रखने की चुनौती होगी.
मालेगांव सेंट्रल सीट से एआईएमआईएम के मुफ्ती मोहम्मद इस्माइल ने जीत तो हासिल की लेकिन वो भी बेहद कम मार्जिन से. मुफ्ती मोहम्मद इस्माइल को 109653 वोट मिले. वहीं, उनके जीत का मार्जिन केवल 162 वोट का रहा. उन्होंने महाराष्ट्र की इंडियन सेक्युलर लार्जेस्ट असेंबली पार्टी ऑफ़ महाराष्ट्र से उम्मीदवार आसिफ शेख रशीद को हराया. उन्हें 109491 वोट मिले.
'साहित्य आजतक 2024' के मंच पर शनिवार को भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू विशेष रूप से आमंत्रित थीं. मौका था 'आजतक साहित्य जागृति सम्मान' के 2024 के समारोह का. इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने अलग-अलग 8 कैटेगरी में सम्मान दिए और लेखक गुलज़ार को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड प्रदान किया. देखें इस दौरान महामहीम का भाषण.