
Mahashivratri 2023: आखिर उज्जैन में रात में रुकने की हिम्मत क्यों नहीं करते मंत्री? चौंका देगा रहस्य
AajTak
Mahashivratri 2023: 18 फरवरी को महाशिवरात्रि पूरे देश में मनाई जाएगी. हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है. देश में सबसे खास पूजा महाशिवरात्रि की शिवजी के 12 ज्योतिर्लिंगों में होती है. उनमें से एक है उज्जैन का महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग. आइए जानते हैं कि उज्जैन का महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग क्यों हैं इतना खास.
Mahashivratri 2023: महाशिवरात्रि एक ऐसा पर्व है जब आप शिवजी की कृपा से अपने जीवन की मुश्किलों को दूर सकते हैं. 18 फरवरी को महाशिवरात्रि पूरे देश में मनाई जाएगी. हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है. देश में सबसे खास पूजा महाशिवरात्रि की शिवजी के 12 ज्योतिर्लिंगों में होती है. उनमें से एक है उज्जैन का महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग. जो सबसे रहस्यमयी माना जाता है. आइए जानते हैं कि उज्जैन का महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग क्यों है इतना खास.
क्यों खास है उज्जैन
उज्जैन को पुण्य भूमि के नाम से जाना जाता है. बारह ज्योतिर्लिंग में से एक ज्योतिर्लिंग उज्जैन में भी है जिसे महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग कहते हैं. साथ ही उज्जैन में हजारों संत ऋषि ब्राह्मण जप और तप करने आते हैं. साथ ही यहां शुद्ध नदी क्षिप्रा या शिप्रा नदी है और हर 12 वर्ष से सिंहस्थ महाकुंभ मेला भी लगता है. उज्जैन के बारे में एक खास बात यह है कि यहां पर ओखर श्मशान है जहां पर शिवजी का वास होता है. उज्जैन के प्राचीन नाम अवन्तिका, उज्जयनी, कनकश्रन्गा आदि है.
उज्जैन में कोई राजा रात क्यों नहीं रुकता
उज्जैन के राजा विक्रमादित्य थे. विक्रमादित्य के राजा बनने से पहले यहां एक प्रथा थी कि जो भी उज्जैन का राजा बनेगा उसकी मृत्यु निश्चित है. जिसके बाद विक्रमादित्य ने इस प्रथा को समाप्त कर दिया था. विक्रमादित्य ने कहा था कि राज्य की गद्दी अगर खाली भी है तो भी शासन उसी के नाम से चलेगा. तब से आजतक ये प्रथा चली आ रही है. मान्यताओं के अनुसार, उज्जैन के राजा केवल महाकाल हैं. इसलिए, आज भी उज्जैन को लेकर यही मान्यता है कि यदि कोई भी वर्तमान राजा रूपी नेता अर्थात प्रधानमंत्री या जन प्रतिनिधि उज्जैन शहर की सीमा के भीतर रात बिताने की हिम्मत करता है, तो उसे इस अपराध का दंड भुगतना होता है. आखिर क्यों उज्जैन में कोई राजा नहीं रुकता है. आइए जानते हैं इसके पीछे का रहस्य.
यह है महाकालेश्वर मंदिर का खास रहस्य

बच्चों के प्रति मां के समर्पण और त्याग की कई कहानियां आपने सुनी होंगी. कैसे एक मां अपने बेटे की सुरक्षा के लिए अपनी जान तक जोखिम में डालने से नहीं हिचकती. इसी बात को सच साबित करता एक वीडियो वायरल हो रहा है. ये वीडियो रूस के येकातेरिनबर्ग का है, जहां एक मां ने अपने बच्चे को बचाने के लिए खुद को ढाल बना लिया. रशिया टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एक खतरनाक रॉटवाइलर कुत्ते ने अचानक हमला कर दिया, लेकिन बहादुर मां ने खुद पर वार झेलते हुए अपने बेटे की जान बचा ली. ये पूरी घटना CCTV कैमरे में कैद हो गई और अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है.

मेडिकल साइंस की तेजी से हो रही तरक्की कई बार किसी चमत्कार से कम नहीं लगती. ऐसा ही एक हैरान कर देने वाला मामला कनाडा से सामने आया है, जिस पर लोग यकीन नहीं कर पा रहे हैं.ये मामला कनाडा में एक दुर्लभ सर्जरी का है जिससे एक ब्लाइंड इंसान की आंखों की रोशनी वापस लौटने की उम्मीद है, और इसके पीछे की तकनीक सुनकर आप चौंक जाएंगे-उसकी आंख में दांत लगाया गया है!