Maharashtra Political Crisis: पहले विधायकों से समझौते की बात, अब उद्धव देंगे 'रण' में मात?
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Maharashtra Political Crisis: अब तक अपने बागियों को लेकर जो उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, और संजय राउत जो नरम रुख दिखा रहे थे, उन्होंने सरकारी आवास वर्षा तक छोड़ दिया. अचानक से उनमें तल्खी कैसे आ गई है. क्या इसके पीछे भी कोई गेम प्लान चल रहा है? क्योंकि संजय राउत बेधड़क कह रहे हैं, विधायक टूटने से पार्टी नहीं टूटती. उद्धव इमोशनल कार्ड के साथ कड़क भी बोल रहे हैं. जबकि आदित्य ठाकरे ने भी साफ साफ शब्दों में कह दिया है कि ज़्यादा बोली लगी तो उन्होंने हमें छोड़ दिया. आखिर महाराष्ट्र की सियासत में कौन सी खिचड़ी पक रही है जबकि बीजेपी अब तक खामोश है. देखें वीडियो.
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हम लगेज पॉलिसी लेकर आए हैं, जब भी हम कुछ लागू करते हैं, तो हमें सुझाव मिलते हैं, जनता की मांग थी कि दूध और सब्जी का उत्पादन करने वाले या सप्लाई करने वाले किसानों को हमारी बसों में रियायत दी जाए, हमने उनकी मांग को स्वीकार किया और दूध और सब्जी सप्लायरों के लिए टिकट हटा दिए हैं.
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एहतियाती उपायों की समीक्षा के लिए सचिवालय में हाईलेवल बैठक बुलाई. इस दौरान भारी बारिश की संभावना वाले क्षेत्रों में NDRF और SDRF की टीमों को तैनात करने का निर्देश दिया. कुल 17 टीमों को तैनात किया गया है, इसमें चेन्नई, तिरुवरुर, मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम और कुड्डालोर और तंजावुर जिले शामिल हैं.
हिंदू संगठन 'बांग्लादेश सम्मिलित सनातनी जागरण जोते' एक बयान में कहा कि वकील सैफुल इस्लाम की हत्या में कोई सनातनी शामिल नहीं है. एक समूह सुनियोजित हत्या को अंजाम देकर सनातनियों पर दोष मढ़ने की कोशिश की जा रही है. हिंदू संगठन ने चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की तत्काल बिना शर्त रिहाई और चिटगांव हिंसा की न्यायिक जांच की मांग की है.
महाराष्ट्र में नए सरकार के गठन को लेकर कवायद तेज हो गई है. एकनाथ शिंदे ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है. राजभवन जाकर उन्होंने इस्तीफा सौंपा. शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात कर उनको अपना इस्तीफा सौंपा. इस दौरान डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी मौजूद थे. लेकिन अभी तक नए मुख्यमंत्री को लेकर तस्वीर साफ नहीं हो सकी है.