Layer'r Shot: क्या है परफ्यूम विज्ञापन का विवाद, किन नियमों का हुआ उल्लंघन और केंद्र ने अपने पत्र में क्या कहा?
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ASCI ने ट्वीट कर कहा कि विज्ञापन में नियमों का उल्लंघन किया गया है और ये सार्वजनिक हित के खिलाफ है. हमने तत्काल कार्रवाई की है और विज्ञापनदाता को विज्ञापन को निलंबित करने के लिए सूचित किया है, जांच जारी है.
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (Information and Broadcasting) ने शनिवार को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से एक परफ्यूम ब्रांड के विज्ञापन के वीडियो को ट्विटर और यूट्यूब से हटाने को कहा है. मंत्रालय की ओर से इस संबंध में ट्विटर और यू-ट्यूब को पत्र भी लिखा गया है. बता दें कि एड का वीडियो सामने आने के बाद लोगों ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की थी और इसे गैंगरेप को बढ़ावा देने वाला बताया था.
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने ट्विटर और यूट्यूब को लिखे पत्र में कहा है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड किया गया वीडियो नैतिकता और सभ्यता के हित में नहीं है और किया गया चित्रण महिलाओं के लिए हानिकारक है. पत्र में कहा गया है कि वीडियो का कंटेंट सूचना प्रौद्योगिकी (इंटरमीडियरी गाइडलाइंस और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) के नियमों 3 (1) (बी) (ii) का उल्लंघन है. नियमों के मुताबिक, लिंग के आधार पर अपमानजनक या परेशान करने वाली किसी भी जानकारी को होस्ट, प्रदर्शित, अपलोड, संशोधित, प्रकाशित, प्रसारित, स्टोर, अपडेट या साझा नहीं करेंगे.
पत्र में आगे कहा गया है कि यह उल्लेख किया जा सकता है कि संबंधित वीडियो टीवी पर भी प्रसारित किए गए थे. इस संबंध में एडवरटाइजिंग स्टैंडर्ड काउंसिल ऑफ इंडिया (ASCI) ने भी केबल टेलीविजन नेटवर्क 1994 के नियम 7(2)(ix) के अनुसार विज्ञापन में अपने दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने वाला पाया है. इस संबंध में ASCI ने विज्ञापनदाता को विज्ञापन को तत्काल आधार पर निलंबित करने को कहा है.
परफ्यूम ब्रांड लेयर शॉट के वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स की प्रतिक्रियाएं आने लगी जो अधिकतर वीडियो के विरोध में थी. यूजर्स ने दावा किया कि विज्ञापन महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा को प्रमोट करता है.
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता की ओर से कहा गया कि मंत्रालय के संज्ञान में आया है कि सोशल मीडिया पर परफ्यूम का एक अपमानजनक विज्ञापन वायरल हो रहा है. मंत्रालय ने ट्विटर और यूट्यूब को लिखे पत्र में कहा कि एडवर्टाइजिंग स्टैंडडर्स काउंसिल ऑफ इंडिया (ASCI) ने भी वीडियो को अपने दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करते हुए पाया है और विज्ञापनदाता से विज्ञापन को तत्काल निलंबित करने को कहा है. कहा गया कि मामला संज्ञान में आने के कुछ घंटों के अंदर मंत्रालय ने विज्ञापन को हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी थी. मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, इस तरह के विज्ञापन पूरी तरह से अस्वीकार्य है.
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