Kashmir सुरक्षा पर गृहमंत्री ने एजेंसियों के साथ क्या योजना बनाई? देखें
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अनुच्छेद 370 के हटने के बाद ये पहली बार था जब देश का गृहमंत्री जम्मू कश्मीर के दौरे पर हैं. एयरपोर्ट पर एलजी मनोज सिन्हा ने स्वागत किया लेकिन अमित शाह का इरादा अपने स्वागत का आनंद लेने का नहीं बल्कि कश्मीर की सुरक्षा को मजबूत बनाने का था. अमित शाह की दौरे से ठीक 8 घंटे पहले से कश्मीर के ऊपरी इलाके में बर्फबारी होने लगी है. लेकिन जब बात कश्मीर के भविष्य और आतंक के खात्मे की हो तो तापमान में गर्मी अपने आप बढ़ जाती है और ये तब बढ़ी जब यूनिफायड कमांड मीट में तमाम सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुख पहुंचे और उन्होंने अपनी योजना गृहमंत्री से प्रेजेंटेशन देकर साझा की. इस मीटिंग में ये सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया कि कुछ भी करके टारगेट किलिंग पर लगाम लगाई जाए. दरअसल कश्मीर में 5 अक्टूबर से अब तक 12 नागरिक मारे जा चुके हैं. गृहमंत्री ने सुरक्षाबलों को कुछ ऐसे इंतज़ाम करने के निर्देश दिए हैं जिसमें टारगेट किलिंग पर लगाम लगाने के साथ साथ इसमें शामिल आतंकियों को जल्दी पकड़ा जा सके. ज्यादा जानकारी के लिए देखें ये वीडियो.
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हम लगेज पॉलिसी लेकर आए हैं, जब भी हम कुछ लागू करते हैं, तो हमें सुझाव मिलते हैं, जनता की मांग थी कि दूध और सब्जी का उत्पादन करने वाले या सप्लाई करने वाले किसानों को हमारी बसों में रियायत दी जाए, हमने उनकी मांग को स्वीकार किया और दूध और सब्जी सप्लायरों के लिए टिकट हटा दिए हैं.
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