
IDBI Bank के निजीकरण का रास्ता साफ, सरकार और LIC बेचेगी 61 फीसदी हिस्सेदारी
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IDBI privatisation: आईडीबीआई बैंक के लिए ईओआई (Expression of Interest) जमा करने की अंतिम तारीख 16 दिसंबर है. सभी ईओआई 180 दिनों के लिए वैध होंगे और इसे 180 दिनों के लिए और बढ़ाए जाने की संभावना भी जताई गई है.
सरकार ने एक और बैंक को बेचने की तैयारी तेज कर दी है. दरअसल, आईडीबीआई बैंक (IDBI Bank) को लेकर नया अपडेट सामने आया है. सरकार ने आगे बढ़ते हुए बोलियां आमंत्रित की हैं. इस प्राइवेटाइजेशन प्रोसेस के तहत सरकार और देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी LIC बैंक में कुल 60.72 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगी.
सरकार-एलआईसी का इतना हिस्सा बिजनेस टुडे के मुताबिक, 30 जून 2022 तक के डाटा के अनुसार, फिलहाल आईडीबीआई बैंक (IDBI Bank) में केंद्र सरकार और एलआईसी (LIC) की कुल हिस्सेदारी 94.72 फीसदी है. जहां केंद्र का हिस्सा 45.48 फीसदी है, तो वहीं एलआईसी का हिस्सा 49.24 फीसदी है. रिपोर्ट में बताया गया है कि बैंक के निजीकरण की प्रक्रिया के तहत इसमें से सरकार 30.48 फीसदी और एलआईसी 30.24 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगी.
दीपम की ओर से जानकारी साझा निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) की ओर से साझा की गई जानकारी के मुताबिक, आईडीबीआई बैंक के लिए ईओआई (Expression of Interest) जमा करने की अंतिम तारीख 16 दिसंबर है और सभी ईओआई 180 दिनों के लिए वैध होंगे और इसे 180 दिनों के लिए और बढ़ाया जाने का संभावना भी जताई गई है.
IDBI के प्राइवेटाइजेशन का रास्ता साफ DIPAM की ओर से बोलियां आमंत्रित करते हुए इस संबंध में जानकारी शेयर की गई है. दीपम सचिव की ओर से इसे लेकर एक ट्वीट भी किया गया है, जिसमें IDBI Bank के विनिवेश प्रक्रिया के तहत सरकार और एलआईसी की हिस्सेदारी बेचने के बारे में बताया गया है. यानी साफ है कि आईडीबीआई बैंक के प्राइवेटाइजेशन का रास्ता अब पूरी तरह से साफ हो गया है.
शुक्रवार को बढ़त में रहे शेयर गौरतलब है कि पिछले साल केंद्र सरकार ने आईडीबीआई बैंक से बाहर निकलने की इच्छा जाहिर की थी. इसके साथ ही बता दें कि शेयर बाजार (Stock Market) में सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर आईडीबीआई बैंक का शेयर (IDBI Bank Share) बढ़त में रहा. दिनभर के कारोबार के अंत में बैंक का शेयर 0.83 फीसदी की तेजी लेते हुए 42.70 रुपये के स्तर पर बंद हुआ.

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