Home care for Corona patient: घर पर कोरोना का इलाज करते वक्त ये नियम अपनाएं, खानपान का भी रखें ध्यान
Zee News
जिस रफ्तार से कोरोना वायरस के नए संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं उसे देखते हुए बड़ी संख्या में हल्के लक्षणों वाले मरीजों का इलाज घर पर ही होम आइसोलेशन में करने की सलाह दी जा रही है. इस दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, यहां जानें.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस की दूसरी लहर () भारत में बहुत तेजी से फैल रही है. बीते 24 घंटे में कोरोना के 2 लाख से भी ज्यादा संक्रमित मरीजों के मामले सामने आए हैं. इंफेक्टेड मरीजों की संख्या अचानक बहुत ज्यादा बढ़ने की वजह से कई अस्पतालों में बेड की भी कमी हो गई है. ऐसे में कोरोना के गंभीर मामलों वाले मरीजों (Serious patients) को ही सिर्फ अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है. वैसे मरीज जिनमें बीमारी के हल्के या मध्यम श्रेणी के लक्षण दिख रहे हैं उन्हें होम आइसोलेशन (Home isolation) में रहने की सलाह दी जा रही है. होम आइसोलेशन का मतलब है मरीज अपने ही घर में रहेगा लेकिन परिवार के बाकी सदस्यों से अलग और घर पर ही कोरोना के मरीज का इलाज होगा (Treatment at home). 80 फीसदी से ज्यादा लोग होम आइसोलेशन में रहकर ठीक भी हो रहे हैं. इस दौरान किन जरूरी नियमों का पालन करना चाहिए (Important rules) ताकि मरीज की रिकवरी तेज हो और परिवार के बाकी सदस्य संक्रमण (Infection) से बचे रहें, इस बारे में हम आपको यहां बता रहे हैं.Shagun Yojana: बेटियों की शादी पर सरकार दे रही 31,000 रुपये की मदद, जानिए- किस विभाग में मिलना होगा?
Shagun Yojana ki Jankari: राज्य सरकार की ओर से गरीब परिवारों को बेटियों की शादी पर शगुन दिया जाता रहा है. योजना का मुख्य उद्देश्य 18 वर्ष से अधिक आयु के बीपीएल परिवारों की लड़कियों और महिलाओं पर बेटियों की शादी का बोझ कम करके उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करना है.
How to apply for internship scheme: स्कीम के तहत पात्र उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पूरा करने वाले छात्र हैं. इनमें ITI प्रमाणपत्र रखने वाले, पॉलिटेक्निक संस्थानों से डिप्लोमा रखने वाले या स्नातक की डिग्री रखने वाले लोग शामिल हैं. इन्हें ही आवेदन करने की पात्रता है. यह कार्यक्रम विशेष रूप से 21 से 24 वर्ष की आयु के भारतीय नागरिकों के लिए डिजाइन किया गया है जो वर्तमान में फुल टाइम रोजगार या शिक्षा में नहीं हैं.