
GR Gopinath Story: सेना में नौकरी, फिर किसानी और अरबों रुपये की एयरलाइंस... इस उद्योगपति की अजब है कहानी
AajTak
कैप्टन गोपीनाथ ने सेना की नौकरी से इस्तीफा देने के बाद कई कारोबार में हाथ आजमाए. कुछ सफलता मिली कुछ में वो जिसनाकाम रहे. लेकिन जिस सपने को उन्होंने देखा था उसे जरूर पूरा किया और देश को एक लो कॉस्ट एयरलाइन दी.
एक तमिल फिल्म है 'सोरारई पोटरू'. इस फिल्म में मुख्य किरदार की भूमिका सूर्या ने निभाई है. फिल्म की कहानी गांव के एक ऐसे शख्स के ऊपर बेस्ड है, जो कम लागत वाली एयरलाइन सर्विस (Airline Service) शुरू करने के अपने सपने को पूरा करने के लिए तमाम तरह की मुश्किलों से जूझता है. राजनेताओं और व्यापारियों तक से लोहा लेता है. फिल्म एक्शन और ड्रामा से भरपूर है. 'सोरारई पोटरू' फिल्म को कई कैटगरी में नेशनल अवार्ड भी मिला और इसके साथ ही एक बार फिर से चर्चा में आया वो शख्स जिसकी वास्ताविक जिंदगी और उसके संघर्षों को इस फिल्म में फिल्माया गया है. उस शख्स का नाम है कैप्टन जीआर गोपीनाथ (Captian G.R Gopinath).
कई कारोबार में आजमाए हाथ
'मैंने दूध बेचने के लिए जानवर पाले, मुर्गी फार्मिग की, सिल्कवॉर्म फॉर्मिंग की, एक मोटरसाइकल का डीलर बना, स्टॉक ब्रोकर बना, सिंचाई से जुड़े सामान बेचे, कृषि सलाहकार बना और अंत में एक एविएशन एंटरप्रेन्योर बना. स्ट्रगलिंग, फॉलिंग, राइजिंग, फॉलिंग, राइजिंग अगेन एंड टेकिंग ऑफ'. सिंपली प्लाइंग नाम से लिखी किताब में कैप्टन गोपीनाथ अपने जीवन के संघर्षों और सफलताओं को ऐसे ही कुछ शब्दों में बयां कर जाते हैं. लेकिन हर एक शब्द के पीछे छिपी होती हैं उम्मीदें, भावनाएं और अथाह संघर्ष. अपनी आंखों के ख्वाब को सफलताओं के आकाश में सितारों के साथ टांकने के लिए गोपीनाथ ने कई कामों में हाथ आजमाए. सैनिक स्कूल से शुरू हुआ सफर राजनेता बनने तक पहुंच चुका है.
शुरुआती जीवन
13 नवंबर 1951 को जन्मे गोरूर रामास्वामी अयंगर गोपीनाथ का पालन-पोषण कर्नाटक के गोरूर नाम के एक छोटे से गांव में हुआ. कुल आठ भाई-बहनों के परिवार गोपी का बचपन गुजरा. अपने माता-पिता के आठ बच्चों से में से वो दूसरे थे. उनके पिता एक स्कूल शिक्षक और कन्नड़ उपन्यासकार थे. गोपी के पिता का मानना था कि स्कूल अनुशासन का एक सिस्टम है. इसलिए शुरुआती दिनों में उन्होंने अपने बेटे को घर पर ही पढ़ाने का फैसला किया. कुछ साल की होमस्कूलिंग के बाद गोपीनाथ का दाखिला कन्नड़ मिडियम के एक स्कूल में पांचवीं क्लास में हुआ.
सेना से दे दिया इस्तीफा

साल 2023 में इसे डिफॉल्ट कर दिया गया. हालांकि न्यू टैक्स रिजीम को लेकर अक्सर कहा जाता है कि इसमें कुछ भी एक्स्ट्रा टैक्स छूट नहीं मिलती है, लेकिन ऐसा नहीं है. आप अन्य डिडक्शन का बेनिफिट उठा सकते हैं. सिर्फ सैलरीड ही नहीं, बल्कि अन्य लोग भी न्यू टैक्स रिजीम के तहत एक्स्ट्रा डिडक्शन का लाभ उठा सकते हैं.

इस भारी गिरावट के बाद निवेशकों को ट्रंप-जेलेंस्की की मुलाकात (Trump-Zelensky Meeting) से रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण पैदा हुए भू-राजनीतिक तनाव को खत्म करने का रोडमैप मिलने की उम्मीद थी और अनुमान था कि सोमवार को भारतीय बाजार में थोड़ी तेजी आ सकती है, लेकिन ट्रंप-जेलेंस्की के बीच बहस (Trump-Zelensky) ने चिंता पैदा कर दी है.