Galwan Valley: Chinese Soldier के आखिरी शब्दों को ट्रेडमार्क कराने की होड़, सरकार ने Companies को लताड़ा
Zee News
चीन के राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा प्रशासन (NIPA) ने बताया कि 20 फरवरी से अब तक कई कंपनियों ने 'क्रिस्टल क्लियर लव' का उपयोग करने के लिए आवेदन किया है. हालांकि, ऐसे सभी आवेदनों को खारिज कर दिया गया है. NIPA ने इसके लिए कंपनियों को जमकर फटकार भी लगाई है.
बीजिंग: गलवान घाटी (Galwan Valley) हिंसा में अपनी जान गंवाने वाले चीनी सैनिक (Chinese Soldier) के आखिरी शब्दों का इस्तेमाल उत्पादों को बेचने के लिए नहीं किया जा सकता. चीन (China) की कम्युनिस्ट सरकार ने इस स्पष्ट संदेश के साथ कंपनियों को यह बता दिया है कि सैनिक ने देश के प्रति जो सम्मान और प्यार शब्दों में बयां किया है, उसे मुनाफा कमाने के नजरिये से नहीं देखा जाना चाहिए. चीन के शीर्ष बौद्धिक संपदा निकाय ने ऐसे ट्रेडमार्क (Trademark) संबंधी आवेदनों को खारिज करते हुए कंपनियों की निंदा की है. दरअसल, भारतीय सैनिकों से झड़प में जान गंवाने वाले पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के सैनिक ने अपनी डायरी में देशभक्ति से जुड़ा एक वाक्यांश लिखा था, जो अब वायरल हो गया है. कंपनियों में उसे ट्रेडमार्क कराने की होड़ लगी है. बता दें कि पिछले साल हुई गलवान घाटी हिंसा में चीन ने आधिकारिक तौर पर अपने पांच सैनिकों के मरने की पुष्टि की है. कम्युनिस्ट सरकार ने सभी सैनिकों की जानकारी भी सार्वजानिक की है, जिसके बाद से Chen Xiangrong की पर्सनल डायरी में लिखे शब्द वायरल हो गए हैं. कंपनियों को देशभक्ति की इस अभिव्यक्ति में मोटा मुनाफा नजर आ रहा है. हालांकि, सरकार ने उनकी उम्मीदों को चकनाचूर कर दिया है.More Related News