G20 समिट: दिल्ली पुलिस के जवानों को थकान उतारने के लिए मिलेगी दो दिनों की छुट्टी
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भारत ने जी-20 के बहाने पूरी दुनिया को अपनी ताकत का एहसास कराया. देशभर में कुल 10 महीने में 58 शहरों में ताबड़तोड़ 200 से ज्यादा बैठकें की गईं और दुनियाभर से जुड़े हर विषयों पर चर्चा, सुझाव और प्रस्ताव लिए गए. भारत को नवंबर 2022 में इंडोनेशिया के बाली शहर में जी 20 की प्रेसीडेंसी सौंपी गई थी.
G20 समिट संपन्न होने के बाद सुरक्षा में लगे दिल्ली पुलिस के पुलिसकर्मियों की थकान उतारने के लिए दो दिन की छुट्टी मिलेगी. सभी DCP को अगले 10 दिन तक बारी-बारी से 48 घंटे छुट्टी देने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि जवान तरोताजा हो सकें.
दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा ने दिल्ली पुलिस कर्मियों को दिए संदेश में कहा कि मुझे आपकी योग्यता, ईमानदारी, योजना बनाने और सावधानीपूर्वक क्रियान्वित करने की क्षमता के लिए आप सभी की प्रशंसा और सराहना व्यक्त करने के लिए सही शब्द खोजने में कठिनाई हो रही है. उन्होंने कहा कि जटिल और बहुआयामी होने के बावजूद जी 20 व्यवस्था इतनी आसान और सुचारू लग रही है। आप सभी को मेरी बधाई और धन्यवाद। मैं आपसे अनुरोध करूंगा कि आप इसे अपनी टीम के प्रत्येक कर्मी तक पहुंचाएं।
बता दें कि जी 20 का 18वां समिट ऐतिहासिक रहा. भारत ने संयुक्त घोषणा पत्र पर दुनिया के दिग्गजों के बीच ना सिर्फ सहमति पर बनवाई, बल्कि पुराने साझेदार रूस से दोस्ती भी निभाई और यूक्रेन युद्ध में रूस के नाम का जिक्र तक नहीं होने दिया. इसे भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत माना जा रहा है.
भारत ने जी-20 के बहाने पूरी दुनिया को अपनी ताकत का एहसास कराया. देशभर में कुल 10 महीने में 58 शहरों में ताबड़तोड़ 200 से ज्यादा बैठकें की गईं और दुनियाभर से जुड़े हर विषयों पर चर्चा, सुझाव और प्रस्ताव लिए गए. भारत को नवंबर 2022 में इंडोनेशिया के बाली शहर में जी 20 की प्रेसीडेंसी सौंपी गई थी. तब पीएम मोदी ने इसे भारत के लिए गर्व की बात बताया था और कहा था, भारत की जी20 अध्यक्षता एक्शन ओरिएंटेड होगी.
भारत को जी20 की अध्यक्षता की जिम्मेदारी ऐसे समय पर सौंपी गई थी, जब पूरा विश्व आर्थिक चुनौतियों, जियो पॉलिटिक्स संघर्ष और कोरोना जैसी महामारी से उबर नहीं पाया है. ऐसे वक्त में पूरा विश्व जी20 की ओर उम्मीदों की नजरों से देख रहा है. भारत ने इस समिट के जरिए दुनिया की आशाओं को नए पंख भी दिए और युद्ध की बजाय शांति-सौहार्द्र का संदेश दिया.
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