![G-7: चीन का घेराव, गरीब देशों को वैक्सीन, 7 महाशक्तियों ने बनाया भविष्य का ब्लूप्रिंट](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202106/g-7-sixteen_nine_0.jpg)
G-7: चीन का घेराव, गरीब देशों को वैक्सीन, 7 महाशक्तियों ने बनाया भविष्य का ब्लूप्रिंट
AajTak
G7 Summit Key Highlights: जी-7 समिट में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चीन के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया. बाइडेन ने कहा कि अमेरिका चीन के साथ सीधे तौर पर निपटेगा. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी 'कुछ हद' तक बाइडेन का समर्थन किया.
G-7 समिट के आखिरी दिन दुनिया की आर्थिक महाशक्तियों का कई बड़े मामलों पर जोर रहा. गरीब देशों को वैक्सीन, चीन को सबक, कोरोना महामारी, मानवाधिकार और बाजार समेत कई अहम मसलों पर G-7 के देशों ने चर्चा की. आइए जानते हैं G-7 समिट में क्या कुछ खास रहा, साथ ही अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस समेत दूसरे देशों ने कौन सी बड़ी बातें कहीं और देश-दुनिया पर क्या असर पड़ेगा? G-7 देशों ने हर ओर से चीन को घेरा कोरोना वायरस महामारी को लेकर ब्रिटेन में हुए जी-7 समिट के दौरान सदस्य देशों ने वायरस की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए नई स्टडी की मांग की. जी-7 देशों ने मांग की है कि WHO एक्सपर्ट्स से कोरोना की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए एक पारदर्शी जांच फिर से कराए. ब्रिटेन ने कोरोना के वुहान लैब से वायरस के फैलने की आशंका को लेकर जांच की मांग की है.![](/newspic/picid-1269750-20250214181736.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात ने दोनों नेताओं के बीच गहरी मित्रता को दर्शाया. ट्रंप ने मोदी को 'आई मिस यू' कहकर स्वागत किया, जबकि मोदी ने दोनों देशों के संबंधों को '1+1=111' बताया. दोनों नेताओं ने व्यापार, सुरक्षा और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की. ट्रंप ने मोदी को 'महान नेता' और 'खास व्यक्ति' बताया. मोदी ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा. दोनों नेताओं ने यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा की और शांति की आवश्यकता पर जोर दिया.
![](/newspic/picid-1269750-20250214171223.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात में दोस्ती और व्यापार पर चर्चा हुई. दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की तारीफ की, लेकिन व्यापार मुद्दों पर तनाव बरकरार रहा. ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा की, जो भारत के लिए चुनौती हो सकती है. मुलाकात में एफ-35 फाइटर जेट्स और तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर भी चर्चा हुई.