Exercise During Pregnancy: प्रेग्नेंसी में एक्सरसाइज करने के हैं कई फायदे, डिलीवरी में नहीं होगी दिक्कत
Zee News
प्रेग्नेंसी के दौरान गर्भवती महिला का शरीर जितना एक्टिव रहेगा, मां और बच्चा दोनों की सेहत के लिए बेहतर होगा. यही कारण है कि डॉक्टर्स भी प्रेग्नेंसी में एक्सरसाइज करने की सलाह देते हैं, लेकिन किस तरह का व्यायाम आपके लिए सेफ है, यहां जानें.
नई दिल्ली: प्रेग्नेंसी (Pregnancy) किसी भी महिला के लिए सबसे स्पेशल समय होता है. इन 9 महीनों के दौरान गर्भवती महिला (Pregnant Lady) अपने खाने-पीने से लेकर उठने-बैठने, चलने-फिरने हर चीज का बहुत ज्यादा ध्यान रखती है ताकि गर्भ में पल रहे बच्चे को किसी तरह का कोई नुकसान न हो. प्रेग्नेंसी के दौरान भरपूर आराम करना भी जरूरी है. लेकिन यह भी उतना ही सच है कि प्रेग्नेंट लेडी जितना फिजिकली एक्टिव रहती है उसे पीठ और कमर में दर्द () की समस्या कम होती है, एनर्जी महसूस होती है और डिलीवरी (Delivery) में भी कोई दिक्कत नहीं आती. प्रेग्नेंसी के दौरान किस तरह की एक्सरसाइज को सेफ माना जाता है, जानने के लिए आगे पढ़ें. अमेरिकन कॉलेज ऑफ ऑब्स्टेट्रिशन्स एंड गाइनैकॉलजिस्ट्स की मानें तो प्रेग्नेंसी के दौरान एक्सरसाइज करने के ढेरों फायदे हैं: -प्रीटर्म बर्थ यानी समय से पहले बच्चे की डिलीवरी का खतरा कम हो जाता है -सिजेरियन (cesarean) यानी ऑपरेशन से बच्चे का जन्म होने का रिस्क भी कम हो जाता हैShagun Yojana: बेटियों की शादी पर सरकार दे रही 31,000 रुपये की मदद, जानिए- किस विभाग में मिलना होगा?
Shagun Yojana ki Jankari: राज्य सरकार की ओर से गरीब परिवारों को बेटियों की शादी पर शगुन दिया जाता रहा है. योजना का मुख्य उद्देश्य 18 वर्ष से अधिक आयु के बीपीएल परिवारों की लड़कियों और महिलाओं पर बेटियों की शादी का बोझ कम करके उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करना है.
How to apply for internship scheme: स्कीम के तहत पात्र उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पूरा करने वाले छात्र हैं. इनमें ITI प्रमाणपत्र रखने वाले, पॉलिटेक्निक संस्थानों से डिप्लोमा रखने वाले या स्नातक की डिग्री रखने वाले लोग शामिल हैं. इन्हें ही आवेदन करने की पात्रता है. यह कार्यक्रम विशेष रूप से 21 से 24 वर्ष की आयु के भारतीय नागरिकों के लिए डिजाइन किया गया है जो वर्तमान में फुल टाइम रोजगार या शिक्षा में नहीं हैं.