
Electronics Mart आईपीओ को इन्वेस्टर्स से मिला जबरदस्त रिस्पांस, आखिरी दिन 72 गुना सब्सक्रिप्शन
AajTak
Electronics Mart IPO: 500 करोड़ रुपये के इस इश्यू के लिए प्राइस बैंड 56-59 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था. QIB कैटेगरी को इन्वेस्टर्स ने सबसे ज्यादा 169.54 गुना सब्सक्रिप्शन दिया. जबकि नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेटर्स (NII) का हिस्सा 63.59 गुना सब्सक्राइब्ड किया गया.
इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट इंडिया (Electronics Mart India) के आईपीओ को इन्वेस्टर्स का जबरदस्त रिस्पांस मिला है. आखिरी दिन शुक्रवार को इसे 71.93 गुना सब्सक्रिप्शन मिला. 500 करोड़ रुपये के इस आईपीओ में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बिडर्स (QIBs) कैटेगरी को सबसे ज्यादा सब्सक्राइब्ड किया गया है. ये आईपीओ बीते 4 अक्टूबर को खुला था.
QIB कैटेगरी सबसे ज्यादा सब्सक्राइब बिजनेस टुडे के मुताबिक, इस आईपीओ (IPO) के तहत 6,25,00,000 शेयरों की पेशकश की गई थी. लेकिन इस पेशकश के मुकाबले 71.93 गुना ज्यादा 4,49,53,64,644 शेयरों के लिए बोलियां मिलीं. QIB कैटेगरी को इन्वेस्टर्स ने सबसे ज्यादा 169.54 गुना सब्सक्रिप्शन दिया. जबकि नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेटर्स (NII) का हिस्सा 63.59 गुना सब्सक्राइब्ड किया गया. इसके अलावा रिटेल इन्वेस्टर्स (RII) के कोटे की बात करें तो इस श्रेणी में आरक्षित हिस्से को 19.71 गुना सब्सक्रिप्शन प्राप्त हुआ है.
17 अक्टूबर को हो सकती है लिस्टिंग रिपोर्ट की मानें तो कंपनी के शेयरों की शेयर बाजार में लिस्टिंग (Stock Market Listing) सोमवार 17 अक्टूबर 2022 को हो सकती है. ग्रे मार्केट (Gray Market) में शुक्रवार को इलेक्ट्रोनिक्स मार्ट इंडिया के शेयर 34 रुपये प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा था. बता दें इस आईपीओ के पेश होने के साथ ही इन्वेस्टर्स (IPO Investors) ने इसे अपना पॉजिटिव रिस्पांस देना शुरू कर दिया था. 4 अक्टूबर को सब्सक्रिप्शन के पहले ही दिन 1.69 गुना अभिदान मिला था.
इतना तय हुआ था प्राइस बैंड इस 500 करोड़ रुपये के इश्यू के लिए प्राइस बैंड 56-59 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था. आईपीओ के लिए कम से कम 254 शेयर के लिए अप्लाई किया जा सकता था. यानी इन्वेस्टर्स को एक लॉट के लिए 14,986 रुपये खर्च करने थे. जबकि, आईपीओ के तहत मैक्सिमम 13 लॉट के लिए आवेदन किया जा सकता था.
कंपनी का ये है कारोबार कंपनी आईपीओ से प्राप्त आय को सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के अलावा कैपिटल एक्सपेंडिचर, लोन चुकाने, वर्किंग कैपिटल की आवश्यकताओं को पूरा करने में खर्च करेगी. 1980 में स्थापित इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट इंडिया भारत में चौथी सबसे बड़ी कंज्यूमर ड्यूरेबल्स रिटेल कंपनी है. देश के 36 शहरों में इसके 112 स्टोर्स हैं. कंपनी का करीब 90 पर्सेंट रेवेन्यू रिटेल चेन्स के जरिए आता है.

साल 2023 में इसे डिफॉल्ट कर दिया गया. हालांकि न्यू टैक्स रिजीम को लेकर अक्सर कहा जाता है कि इसमें कुछ भी एक्स्ट्रा टैक्स छूट नहीं मिलती है, लेकिन ऐसा नहीं है. आप अन्य डिडक्शन का बेनिफिट उठा सकते हैं. सिर्फ सैलरीड ही नहीं, बल्कि अन्य लोग भी न्यू टैक्स रिजीम के तहत एक्स्ट्रा डिडक्शन का लाभ उठा सकते हैं.

इस भारी गिरावट के बाद निवेशकों को ट्रंप-जेलेंस्की की मुलाकात (Trump-Zelensky Meeting) से रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण पैदा हुए भू-राजनीतिक तनाव को खत्म करने का रोडमैप मिलने की उम्मीद थी और अनुमान था कि सोमवार को भारतीय बाजार में थोड़ी तेजी आ सकती है, लेकिन ट्रंप-जेलेंस्की के बीच बहस (Trump-Zelensky) ने चिंता पैदा कर दी है.