DNA Analysis: Taliban का खूंखार चेहरा, अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति को चौराहे पर लटकाया
Zee News
Taliban Atrocities In Afghanistan: अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति नजीबुल्लाह ने कश्मीर के बारामुला से पढ़ाई की थी. बाद में उनकी तीन बेटियों ने भी भारत में राजनीतिक शरण ली थी.
काबुल: जो देश इतिहास में हुई गलतियों से सीख नहीं लेते, इतिहास भी उन्हीं देशों में खुद को दोहराता है. अफगानिस्तान इसका सबसे बड़ा उदाहरण है. बस फर्क इतना है कि वर्ष 1989 में सोवियत संघ ने अफगानिस्तान के लोगों के साथ विश्वासघात किया था और इस बार उसकी जगह अमेरिका ने ली है. इन दोनों घटनाक्रमों में एक समानता ये भी है कि इनकी वजह से अफगानिस्तान में लोकतांत्रिक व्यवस्था पाताल लोक में पहुंच गई. जब सोवियत संघ अफगानिस्तान छोड़ कर भागा था तो वहां के राष्ट्रपति मोहम्मद नजीबुल्लाह को कट्टरपंथियों के दबाव में राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देना पड़ा था और इस बार भी अमेरिका के जाने के बाद अशरफ गनी को अपना देश छोड़कर भागना पड़ा. यानी स्थिति ज्यादा नहीं बदली है. अगर कुछ बदला है तो वो ये कि अशरफ गनी कट्टरपंथियों से अपनी जान बचाने में कामयाब रहे लेकिन नजीबुल्लाह चाह कर भी ऐसा नहीं कर पाए थे.More Related News