DeepSeek को जोड़कर फंसा Perplexity AI, CEO अरविंद श्रीनिवास ने कहा- चीन नहीं जा रहा डेटा
AajTak
Perplexity AI पर DeepSeek R1 का सपोर्ट मिल रहा है. यानी R1 को आप Perplexity AI पर इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि, इस अपडेट के साथ की कंपनी की डेटा पॉलिसी पर सवाल उठ रहे हैं, जिसमें डेटा को चीनी सर्वर पर स्टोर करने की बात कही गई है. इस पूरे मामले में Perplexity AI के को-फाउंडर और CEO अरविंद श्रीनिवास ने जवाब दिया है. आइए जानते हैं पूरी डिटेल.
DeepSeek R1 के लॉन्च होते ही हर तरफ इसकी चर्चा शुरू हो गई है. ये AI मॉडल अब अमेरिकी स्टार्टअप Perplexity AI पर भी उपलब्ध है. यानी आप Perplexity AI पर DeepSeek AI को इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि, इस इंटीग्रेशन के बाद ही Perplexity AI पर डेटा स्टोर को लेकर सवाल उठने लगे हैं.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है, जिसकी वजह से Perplexity AI की प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर एक नई बहस छिड़ गई है. इस पॉलिसी के मुताबिक, डीपसीक यूजर्स का डेटा कलेक्ट करेगा और उन्हें अपने चीनी सर्वर पर स्टोर करेगा. इस पॉलिसी के बाद लोग Perplexity AI की सिक्योरिटी और ट्रांसपैरेंसी पर सवाल उठा रहे हैं.
Perplexity AI के को-फाउंडर अरविंद श्रीनिवास ने X पर इसका जवाब दिया है. उन्होंने लिखा, 'Perplexity के जरिए इस्तेमाल होने वाले DeepSeek का डेटा अमेरिका और यूरोप के डेटा सेंटर में स्टोर होगा. डीपसीक ओपनसोर्स सर्विस है और आपका कोई डेटा चीन में स्टोर नहीं होता है.'
यह भी पढ़ें: कौन हैं DeepSeek के फाउंडर Liang Wenfeng? 20 महीने पुराने स्टार्टअप ने कर दिखाया ये कमाल, चीन क्यों मानता है जरूरी
इस पूरे मामला की शुरुआत एक स्क्रीनशॉट से हुई है. इस स्क्रीनशॉट में प्राइवेसी पॉलिसी के उस पॉइंट को हाईलाइट किया गया है, जिसके मुताबिक यूजर्स का पर्सनल डेटा और यूजर्स इनपुट चीनी सर्वर पर स्टोर होगा. इस पॉइंट की वजह से ही लोग Perplexity AI पर सवाल उठा रहे हैं.
इस पर जवाब देते हुए श्रीनिवास ने कहा कि DeepSeek उनके मॉडल के जरिए काम करता है, जो यूरोप और अमेरिका में बेस्ड है. Perplexity मैनेजमेंट इस बात का पूरा ध्यान रख रहा है कि यूजर्स का कोई डेटा चीन में स्टोर ना हो. बता दें कि डीपसीक की पॉपुलैरिटी को देखते हुए Perplexity AI ने उसे अपने प्लेटफॉर्म में इंटीग्रेट किया है.
राजस्थान कान्ट्रेक्ट्यूअल हायरिंग रूल के तहत होने वाले इस भारतीय में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के 22 प्रकार के पदों पर 8256 और राजस्थान मेडिकल एजुकेशन सोसाइटी के 7 प्रकार के पदों पर 5142 पदों पर भर्तियां होंगी. इस तरह से कुल 29 प्रकार के पदों और नौकरियां दी जाएंगी आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन रखी गई है.
TRAI के मैंडेट के बाद टेलीकॉम कंपनियों ने सिर्फ वॉयस और SMS वाले प्लान्स को लॉन्च कर दिया है. Jio, Airtel और Vi तीनों ही कंपनियों के नए प्लान्स को लॉन्च कर दिया है. ये प्लान्स सिर्फ वॉयस कॉलिंग और SMS की सुविधा के साथ आते हैं. नए प्लान्स को जोड़ने के साथ ही कंपनियों ने कई प्लान्स को रिमूव भी कर दिया है.
आयोग के चेयरमैन हसमुख पटेल ने बताया कि उनका उद्देश्य अभ्यर्थियों को पर्याप्त समय प्रदान करना है ताकि वे अपनी तैयारी में कोई कमी न रखें. उन्होंने कहा कि इसीलिए, हमने सालाना संभावित भर्ती कैलेंडर जारी किया है. उन्होंने बताया कि जैसे यूपीएससी की तरह, उन्होंने कई विभागों से डिमांड न आने के बावजूद भर्ती प्रक्रिया की तारीख तय कर दी है.
Astell&Kern AK UW100MKII Review: भारतीय मार्केट में Astell & Kern नया नाम है, लेकिन ग्लोबल मार्केट में इसकी अपनी एक अलग पहचान है. ये कंपनी शानदार ऑडियो प्रोडक्ट्स बनाती है, जो काफी प्रीमियम बजट में आते हैं. भारतीय मार्केट में कंपनी के कई प्रोडक्ट्स आते हैं, जिसमें से एक AK UW100MKII हम पिछले कुछ वक्त से यूज कर रहे हैं. आइए जानते हैं इसका रिव्यू.
Gupt Navratri 2025: सामान्यतः लोग शारदीय और चैत्र नवरात्रि के बारे में ही जानते हैं. जबकि इसके अलावा दो और नवरात्र भी हैं, जिनमें विशेष कामनाओं की सिद्धि की जाती है. कम लोगों को इसका ज्ञान होने के कारण या इसके छिपे होने के कारण इसे गुप्त नवरात्र कहा जाता है. यह वर्ष में दो बार आती है. माघ और आषाढ़ के महीने में.