Covid-19: सूंघने और स्वाद लेने के साथ ही आपकी सुनने की क्षमता को भी छीन सकता है Coronavirus
Zee News
सर्दी, खांसी, बुखार के साथ ही सूंघने और स्वाद लेने की क्षमता खत्म हो जाना कोविड-19 के कॉमन लक्षण हैं ये तो हम सभी जानते हैं. लेकिन कोरोना वायरस से जुड़ी एक नई रिसर्च में यह बात सामने आयी है कि कोविड की वजह से सुनने की क्षमता भी प्रभावित हो सकती है.
नई दिल्ली: नए कोरोना वायरस से होने वाली बीमारी कोविड-19 () एक वायरल इंफेक्शन है जिसके साथ दुनियाभर के लोग एक साल से भी ज्यादा समय से जूझ रहे हैं. बावजूद इसके इस बीमारी के कोई न कोई नए लक्षण हर दिन सामने आ रहे हैं. इस वायरस में लगातार म्यूटेशन (Mutation) भी हो रहा है जिसकी वजह से सर्दी, खांसी, बुखार जैसे कॉमन लक्षणों के अलावा भी नए-नए लक्षण देखने को मिल रहे हैं. इन लक्षणों के बारे में अगर जानकारी न हो तो मरीज के लिए समस्याएं पैदा हो सकती हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, सुनने की क्षमता खत्म हो जाना () भी कोविड-19 से संक्रमित होने का एक संकेत हो सकता है. आप ये तो जानते ही हैं सूंघने की शक्ति खत्म हो जाना (Loss of smell) और स्वाद न ले पाना (Loss of taste) भी कोविड-19 का एक लक्षण है जो बहुत से मरीजों में देखने को मिलता है और अब सुनने की क्षमता भी छीन रहा है कोरोना वायरस. वेल्स में 56 स्टडीज को मिलाकर एक रिव्यू स्टडी की गई जिसे इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ऑडियोलॉजी में पब्लिश किया गया है. इस स्टडी में कोविड-19 डायग्नोसिस और सुनने से जुड़ी समस्याओं के बीच क्या लिंक है इसे साबित किया गया है.Shagun Yojana: बेटियों की शादी पर सरकार दे रही 31,000 रुपये की मदद, जानिए- किस विभाग में मिलना होगा?
Shagun Yojana ki Jankari: राज्य सरकार की ओर से गरीब परिवारों को बेटियों की शादी पर शगुन दिया जाता रहा है. योजना का मुख्य उद्देश्य 18 वर्ष से अधिक आयु के बीपीएल परिवारों की लड़कियों और महिलाओं पर बेटियों की शादी का बोझ कम करके उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करना है.
How to apply for internship scheme: स्कीम के तहत पात्र उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पूरा करने वाले छात्र हैं. इनमें ITI प्रमाणपत्र रखने वाले, पॉलिटेक्निक संस्थानों से डिप्लोमा रखने वाले या स्नातक की डिग्री रखने वाले लोग शामिल हैं. इन्हें ही आवेदन करने की पात्रता है. यह कार्यक्रम विशेष रूप से 21 से 24 वर्ष की आयु के भारतीय नागरिकों के लिए डिजाइन किया गया है जो वर्तमान में फुल टाइम रोजगार या शिक्षा में नहीं हैं.