Countries of Particular Concern: 'भारत में धार्मिक स्वतंत्रता को बताया चिंताजनक', क्या है अमेरिका का मकसद
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धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर अमेरिका का यूनाइटेड स्टेट कमीशन ऑन इंटरनेशनल रिलीजियस फ्रीडम हर साल ये रिपोर्ट जारी करता है. इस साल भी जारी की और इस रिपोर्ट में भारत को सीरिया, उत्तर कोरिया, नाइजीरिया, म्यांमार जैसे 14 देशों के ग्रुप में रखा है. इस ग्रुप को सीपीसी कहा जाता है, यानी Countries of Particular Concern. इससे अमेरिका की मंशा साफ हो जाती है कि अमेरिका इस तरह की रिपोर्ट्स क्यों जारी करता है. इन रिपोर्ट्स की वास्तविकता क्या है, मकसद क्या है और लक्ष्य क्या है. देखिए इस रिपोर्ट में.
स्पेन में रूस के दूतावास ने एक बयान में कहा कि हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि मालवाहक जहाज किन परिस्थितियों में डूबा और स्पेन में अधिकारियों के संपर्क में हैं. लंदन स्टॉक एक्सचेंज ग्रुप के मुताबिक ओबोरोनलॉजिस्टिका ग्रुप की सिस्टर कंपनी SK-Yug, कार्गो शिप 'Ursa Major' की ऑनर और ऑपरेटर है. उसने इसके डूबने पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
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हिंसक प्रदर्शनों के बीच अगस्त में शेख हसीना की सरकार गिर गई, और उन्होंने भारत में शरण ली. फिलहाल बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस सरकार है, जो देश पर हसीना को लौटाने का दबाव बना रही है. हाल में एक बार फिर वहां के विदेश मंत्रालय ने राजनयिक नोट भेजते हुए पूर्व पीएम की वापसी की मांग की. भारत के पास अब क्या विकल्प हैं?