
Corona Cases: बढ़ती जा रही सख्ती, शंघाई में पहले से लागू 5 दिन का लॉकडाउन और कड़ा हुआ
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चीन के शंघाई में कोविड-19 के मामलों का पता लगाने के लिए व्यापक पैमाने पर जांच करने के वास्ते सोमवार से दो साल में लगाया गया सबसे सख्त लॉकडाउन शुरू हो गया. शंघाई ने इससे पहले कोविड के मामले आने पर सीमित लॉकडाउन लगाया था, जिनमें रिहायशी परिसरों और कार्य स्थलों को बंद किया गया था.
चीन के सबसे ज्यादा आबादी वाले शहर शंघाई में सोमवार को दो साल बाद सबसे सख्त लॉकडाउन शुरू किया गया लेकिन एक दिन बाद ही लॉकडाउन को और भी सख्त कर दिया गया. चीन सरकार ने मंगलवार को दो-चरण के COVID-19 लॉकडाउन के पहले चरण को और कड़ा करते हुए कुछ खास लोगों के लिए कहा कि जब तक उनकी कोरोना जांच नहीं हो जाती वे घर में रहें क्योंकि यहां हर दिन 4,400 से अधिक केस आ रहे हैं. हुआंगपु के पूर्व में रहने वालों को सोमवार को उनके आवासी परिसर में ही कैद कर दिया गया था, लेकिन उन्हें इस चीज की छूट दे दी गई थी कि वे परिसर में घूम सकते हैं. वहां के तीन निवासियों ने रॉयटर्स से बताया कि उन्हें अभी अपने घरों से बाहर कदम रखने की अनुमति नहीं है.
जाचं के लिए बनाई खास रणनीति
26 मिलियन आबादी वाले शंघाई में लॉकडाउन के दूसरे दिन अधिकारियों ने शहर को हुआंगपु नदी और पुडोंग के पूर्वी वित्तीय और औद्योगिक जिले तक बांट कर खास तरीके से टेस्टिंग करने की रणनीति बनाई है. शंघाई में कोरोना के 4381 केस सामने आए हैं. हालांकि ये आंकड़े वैश्विक मानकों के अनुसार सामान्य है.
17 हजार कर्मियों ने 82.60 लाख टेस्ट किये
नगर स्वास्थ्य आयोग की अधिकारी वू किआनयू ने बताया कि लोगों से अनुरोध किया है कि न्यूक्लिक एसिड टेस्टिंग के तहत वे अपने अपार्टमेंट को न छोड़ें यहां तक कि पालतू जानवरों को टहलने या कचरा बाहर फेंकने भी न जाएं. उन्होंने बताया कि एक दिन पहले शहर में 17,000 कर्मियों ने 8.26 मिलियन जांचें कीं. वू ने कहा, "बड़ी संख्या में मेडिकल स्टाफ, सामुदायिक कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों ने महामारी की रोकथाम और नियंत्रण के लिए आगे आकर बहुत मेहनत की.

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