Color Therapy: राशि लग्न अनुसार जानें, किसके लिए कौन सा रंग होता है लकी, बदल जाएगी किस्मत
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राशि लग्न (Lagn) के मुताबिक किया गया कलर थैरेपी (Color Therapy) का यह एक उपाय जिंदगी में आमूलचूल परिवर्तन ला सकता है. यह सेहत से लेकर करियर, रिश्तों आदि सभी अहम पहलुओं पर प्रभावी और सकारात्मक असर डालता है.
नई दिल्ली: व्यक्ति की राशि उसके मन, स्वभाव, भविष्य के बारे में बताती है, जबकि उसकी राशि का लग्न (Rashi Lagn) उसके शरीर का प्रतिनिधित्व करता है. इसीलिए रत्न, पौधे की जड़, कलर आदि उपाय व्यक्ति के लग्न के आधार पर बताए जाते हैं. लग्न का उल्लेख व्यक्ति की कुंडली (Kundali) के पहले पेज पर शुरुआत में ही होता है. कोलकाता के ज्योतिषाचार्य प्रोसेनजीत घोष बता रहे हैं कि कलर थैरेपी (Color Therapy) कैसे काम करती है और व्यक्ति अपने राशि लग्न के मुताबिक कौनसा उपाय करके सफल और सुखी (Successful and Happy) जिंदगी पा सकता है. 7 कलर हमारे शरीर के 7 चक्रों को रीप्रजेंट करते हैं, इनका संबंध व्यक्ति के राशि लग्न से भी होता है. जिस व्यक्ति का जो चक्र कमजोर या डैमेज है, उस चक्र से संबंधित कलर का उपयोग करने से व्यक्ति की फिजीकल-मेंटल हेल्थ अच्छी होती है. स्किन से जुड़ी बीमारियां, एंजाइटी, डिप्रेशन समेत कई बीमारियों से निजात मिलती है. व्यक्ति का आत्मविश्वास और कंसन्ट्रेशन बढ़ता है. उसकी काम करने की ऊर्जा बढ़ती है. उसके करियर और निजी-सामाजिक जिंदगी से जुड़े रिश्ते बेहतर होते हैं. कुल मिलाकर लग्न से जुड़े कलर का उपयोग उसे इतना मजबूत बनाता है कि उसे हर क्षेत्र में सफलता मिलती है. यह उपाय एक महीने तक करने में ही व्यक्ति को जिंदगी में फर्क नजर आने लगेगा, लेकिन इसे ज्यादा से ज्यादा समय तक करना चाहिए.Shagun Yojana: बेटियों की शादी पर सरकार दे रही 31,000 रुपये की मदद, जानिए- किस विभाग में मिलना होगा?
Shagun Yojana ki Jankari: राज्य सरकार की ओर से गरीब परिवारों को बेटियों की शादी पर शगुन दिया जाता रहा है. योजना का मुख्य उद्देश्य 18 वर्ष से अधिक आयु के बीपीएल परिवारों की लड़कियों और महिलाओं पर बेटियों की शादी का बोझ कम करके उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करना है.
How to apply for internship scheme: स्कीम के तहत पात्र उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पूरा करने वाले छात्र हैं. इनमें ITI प्रमाणपत्र रखने वाले, पॉलिटेक्निक संस्थानों से डिप्लोमा रखने वाले या स्नातक की डिग्री रखने वाले लोग शामिल हैं. इन्हें ही आवेदन करने की पात्रता है. यह कार्यक्रम विशेष रूप से 21 से 24 वर्ष की आयु के भारतीय नागरिकों के लिए डिजाइन किया गया है जो वर्तमान में फुल टाइम रोजगार या शिक्षा में नहीं हैं.