Chanakya Niti: जानें क्या है व्यक्ति के जीवन का सबसे बड़ा डर, जो इंसान को पल-पल मारता है
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आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में मनुष्य के जीवन के सबसे बड़े डर के बारे में बताया है जिससे अगर इंसान का पाला पड़ जाए तो समझिए उसका जीवन बर्बाद हो गया. क्या है वह डर इस बारे में यहां जानें.
नई दिल्ली: आचार्य चाणक्य की नीतियां और उनके विचार एक बार में देखने पर भले ही आपको बेहद कठोर लगे लेकिन इसमें जीवन की सच्चाई होती है. अपने इन्हीं विचारों और नीतियों को आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya) ने चाणक्य नीति () में श्लोक के रूप में संग्रहित किया है. आपको जानकर आश्चर्य होगा कि उनकी ये नीतियां आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं जितनी सैकड़ों साल पहले थीं. आज बात करेंगे कि आचार्य चाणक्य के मुताबिक किसी व्यक्ति के जीवन का सबसे बड़ा डर क्या है (Biggest fear). आचार्य चाणक्य कहते हैं कि सभी प्रकार के भय से बदनामी का भय (Fear of malediction) सबसे बड़ा होता है. हर व्यक्ति यही चाहता है कि उसके जीवन में दो चीजों की कमी कभी ना हो. पहला- रुपया पैसा और दूसरा- मान सम्मान. कई लोगों को आपने यह कहते सुना होगा कि पैसा तो कोई भी कमा लेता है लेकिन समाज में नाम और मान-सम्मान कमाना मुश्किल होता है. ऐसे में आचार्य चाणक्य की मानें तो किसी भी व्यक्ति को जीवन में हमेशा ही इस बात का डर सबसे ज्यादा रहता है कि कहीं किसी वजह से उसकी बदनामी न हो जाए. कहीं उसका मान-सम्मान उससे छिन न जाए.Shagun Yojana: बेटियों की शादी पर सरकार दे रही 31,000 रुपये की मदद, जानिए- किस विभाग में मिलना होगा?
Shagun Yojana ki Jankari: राज्य सरकार की ओर से गरीब परिवारों को बेटियों की शादी पर शगुन दिया जाता रहा है. योजना का मुख्य उद्देश्य 18 वर्ष से अधिक आयु के बीपीएल परिवारों की लड़कियों और महिलाओं पर बेटियों की शादी का बोझ कम करके उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करना है.
How to apply for internship scheme: स्कीम के तहत पात्र उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पूरा करने वाले छात्र हैं. इनमें ITI प्रमाणपत्र रखने वाले, पॉलिटेक्निक संस्थानों से डिप्लोमा रखने वाले या स्नातक की डिग्री रखने वाले लोग शामिल हैं. इन्हें ही आवेदन करने की पात्रता है. यह कार्यक्रम विशेष रूप से 21 से 24 वर्ष की आयु के भारतीय नागरिकों के लिए डिजाइन किया गया है जो वर्तमान में फुल टाइम रोजगार या शिक्षा में नहीं हैं.