
Chaitra Navratri 2022: मां चंद्रघंटा देती हैं भय से मुक्ति, जानें माता के पूजन की सही विधि
AajTak
चैत्र नवरात्रि का आज तीसरा दिन है. नवरात्र का तीसरा दिन मां चंद्रघंटा (Maa Chandraghanta) को समर्पित होता है. माता के माथे पर चमकते हुए चंद्रमा के कारण ही उनका यह नाम पड़ा. मां चंद्रघंटा को देवी पार्वती का रौद्र रूप माना जाता है. मां चंद्रघंटा शेरनी की सवारी करती हैं. माता का शरीर सोने के समान चमकता है. उनकी 10 भुजाएं है. उनकी चार भुजाओं में त्रिशूल, गदा, तलवार,और कमंडल है वहीं, पांचवा हाथ वर मुद्रा में है. जबकि, मां की अन्य भुजाओं में कमल, तीर, धनुष और जप माला हैं और पांचवा हाथ अभय मुद्रा में है. इनके दसों हाथों में अस्त्र-शस्त्र हैं और इनकी मुद्रा युद्ध की है.

बच्चों के प्रति मां के समर्पण और त्याग की कई कहानियां आपने सुनी होंगी. कैसे एक मां अपने बेटे की सुरक्षा के लिए अपनी जान तक जोखिम में डालने से नहीं हिचकती. इसी बात को सच साबित करता एक वीडियो वायरल हो रहा है. ये वीडियो रूस के येकातेरिनबर्ग का है, जहां एक मां ने अपने बच्चे को बचाने के लिए खुद को ढाल बना लिया. रशिया टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एक खतरनाक रॉटवाइलर कुत्ते ने अचानक हमला कर दिया, लेकिन बहादुर मां ने खुद पर वार झेलते हुए अपने बेटे की जान बचा ली. ये पूरी घटना CCTV कैमरे में कैद हो गई और अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है.

मेडिकल साइंस की तेजी से हो रही तरक्की कई बार किसी चमत्कार से कम नहीं लगती. ऐसा ही एक हैरान कर देने वाला मामला कनाडा से सामने आया है, जिस पर लोग यकीन नहीं कर पा रहे हैं.ये मामला कनाडा में एक दुर्लभ सर्जरी का है जिससे एक ब्लाइंड इंसान की आंखों की रोशनी वापस लौटने की उम्मीद है, और इसके पीछे की तकनीक सुनकर आप चौंक जाएंगे-उसकी आंख में दांत लगाया गया है!