CBSE 12th Board Exam 2021: विरोध के बावजूद इन कारणों से एग्जाम कराना है जरूरी
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CBSE Board Exam 2021: बोर्ड की 12वीं की परीक्षाओं को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. एक जून को सरकार अपना फैसला सुना सकती है. जानिए इस पर आम राय क्या है.
CBSE Board Exam 2021: कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कारण सीबीएसई क्लास 12 बोर्ड एग्जाम को लेकर स्टूडेंट्स, टीचर्स और पेरेंट्स में अनिश्चितता बनी हुई है. जानिए इस बारे में क्या है टीचर-स्टूडेंट्स और अभिभावक क्या चाहते हैं. एल्कॉन इंटरनेशनल स्कूल के अनुशासन कमेटी के इंचार्ज ने aajtak.in से बातचीत में एग्जाम को जरूरी बताया. उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि cbse 12 के बोर्ड एग्जाम में जरूरी सब्जेक्ट के एग्जाम होने चाहिए क्योंकि क्लास 12 रिजल्ट बहुत सारे छात्रों का करियर डिसाइड करने में मदद करता है. साथ में उनको इसके साथ और भी कई प्रतियोगी एग्जाम भी देने पड़ते हैं. राजीव झा कहते हैं कि क्लास 12 के स्टूडेंट्स इतने बड़े हैं कि कोरोना प्रोटोकॉल को फॉलो करते हुए एग्जाम दे सकता है. वो कहते हैं कि इसके अलावा एग्जाम मेन सब्जेक्ट्स के होने चाहिए और एग्जाम पीरियड 1.5 घंटे का हो और सवाल एमसीक्यू हों. इसके अलावा इसके आंसर ओएमआर शीट पर मार्क किए जाएं जिससे कम्प्यूटराइज्ड चेकिंग हो पाए. कंप्यूटर चेकिंग से समय के मुताबिक रिजल्ट निकालने में मदद मिलेगी साथ ही ह्यूमन कांटेक्ट कर सकें. पेपर को दो शिफ्ट में करना चाहिए.Redmi A4 5G Price in India: शाओमी ने भारत में अपना नया स्मार्टफोन लॉन्च कर दिया है, जो ब्रांड का सबसे सस्ता 5G फोन है. कंपनी ने Redmi A4 5G को लॉन्च किया है, दो दमदार फीचर्स के साथ 9 हजार रुपये से कम के बजट में आता है. इसमें 50MP के मेन लेंस वाला डुअल रियर कैमरा और 5160mAh की बैटरी दी गई है. आइए जानते हैं इसकी डिटेल्स.
बीते कुछ सालों में, Artificial Intelligence ने कई sectors को revolutionize कर दिया है, और education field पर भी इसका बड़ा असर हुआ है. AI-powered technologies के development के साथ, हमारे सीखने और सिखाने के तरीके में बड़ा transformation हो रहा है. India में, जहां education system vast और diverse है, AI, students के education पाने के तरीके को नया रूप देने में बड़ा रोल निभा सकता है. आइए जानते हैं कि AI teachers भारत में education system को कैसे बदल सकते हैं, और इस बदलाव का students, teachers और पूरे देश पर क्या असर हो सकता है.
यदि आपका बच्चा पढ़ना-लिखना पसंद नहीं करता है तो ज्योतिषी प्रवीण मिश्र के उपाय का पालन कर इसे दूर कर सकते हैं. भगवान कृष्ण को मिसरी और तुलसी दल का भोग लगाकर प्रतिदिन बच्चे को खिलाएं. बच्चे के पढ़ाई के स्थान पर हरे रंग की चीजें ज्यादा रखें. बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा करें. घी का दीपक जला कर आरती करें. भगवान गणेश से प्रार्थना करें.
जेेएनयू के टीचर्स एसोसिएशन ने एक बयान में कहा कि इससे पहले भी TISS ने मुंबई में इसी तरह की एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें प्रो. पंडित ने हिस्सा लिया था. हालांकि, पूरी रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई है और यह आरोप है कि सेमिनार में दी गई प्रस्तुतियों का इस्तेमाल कुछ राजनीतिक संगठनों ने प्रवासन के पैटर्न को 'अवैध' साबित करने के लिए किया.