Bhadrapada Month 2021: भक्ति को समर्पित भाद्रपद महीने में न करें ये काम, वरना हो सकते हैं बड़े नुकसान
Zee News
चातुर्मास के दूसरे महीने भाद्रपद (Bhadrapada) में भी कई अहम व्रत-त्योहार पड़ते हैं. ये व्रत करने के अलावा बाकी दिनों में भी कुछ नियमों (Rules) का पालन जरूर करना चाहिए.
नई दिल्ली: रक्षाबंधन का पर्व मनाने के साथ ही सावन महीना खत्म हो गया है. अब हिंदू कैलेंडर का छठवां महीना भाद्रपद (Bhadrapada Month 2021) शुरू हो गया है. चातुर्मास के दौरान पड़ने वाले इस महीने को भक्ति के लिहाज से बहुत अहम माना गया है. इस महीने में भगवान श्री कृष्ण (Lord Shri Krishna) का जन्मोत्सव मनाया जाता है. जन्माष्टमी के अलावा इसी महीने में भगवान गणपति भी घरों में विराजेंगे. 23 अगस्त से शुरू हुआ भाद्रपद का महीना 20 सितंबर को अनंत चतुर्दशी मनाने के साथ खत्म होगा. भाद्रपद को भादों का महीना भी कहते हैं. सावन महीने की तरह चातुर्मास (Chaturmash 2021) के इस दूसरे महीने के लिए भी धर्म-शास्त्रों में कुछ नियम बताए गए हैं. इन नियमों का पालन करने से न केवल शरीर स्वस्थ रहता है, बल्कि भगवान भी अपनी कृपा बरसाते हैं. इस महीने में पड़ने वाले व्रत करने के अलावा कुछ सामान्य नियम भी बताए गए हैं. इन नियमों का पालन करने के साथ-साथ ज्यादा से ज्यादा समय भगवान की भक्ति में लगाना चाहिए.Shagun Yojana: बेटियों की शादी पर सरकार दे रही 31,000 रुपये की मदद, जानिए- किस विभाग में मिलना होगा?
Shagun Yojana ki Jankari: राज्य सरकार की ओर से गरीब परिवारों को बेटियों की शादी पर शगुन दिया जाता रहा है. योजना का मुख्य उद्देश्य 18 वर्ष से अधिक आयु के बीपीएल परिवारों की लड़कियों और महिलाओं पर बेटियों की शादी का बोझ कम करके उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करना है.
How to apply for internship scheme: स्कीम के तहत पात्र उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पूरा करने वाले छात्र हैं. इनमें ITI प्रमाणपत्र रखने वाले, पॉलिटेक्निक संस्थानों से डिप्लोमा रखने वाले या स्नातक की डिग्री रखने वाले लोग शामिल हैं. इन्हें ही आवेदन करने की पात्रता है. यह कार्यक्रम विशेष रूप से 21 से 24 वर्ष की आयु के भारतीय नागरिकों के लिए डिजाइन किया गया है जो वर्तमान में फुल टाइम रोजगार या शिक्षा में नहीं हैं.