Attack on Mariupol: मारियूपोल पर कब्जे को व्लादिमीर पुतिन ने क्यों बनाई नाक की लड़ाई?
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Russia-Ukraine War: वैसे तो यूक्रेन में सारी लड़ाई कीव पर केंद्रित है लेकिन इस बीच एक सवाल ये भी उठ रहा है कि यूक्रेन का तीसरा सबसे बड़ा शहर मारियूपोल खासतौर पर पुतिन के निशाने पर क्यों है? ऐसा क्या है इस शहर में कि पुतिन इसे किसी भी कीमत पर हासिल करना चाहते हैं. यूक्रेन कह रहा है कि वो इस तटीय शहर को किसी कीमत पर रूस को नहीं लेने देगा. आखिरी सांस तक इसके लिए लड़ेगा जबकि रूस को ये शहर अपने लिए फायदे का सौदा लग रहा है और वो इसे छोड़ना नहीं चाहता. नतीजा ये कि मारियूपोल पर बम बरस रहे हैं, आम लोगों पर हमले हो रहे हैं. देखें वीडियो.
यूक्रेन ने दावा किया कि रूस ने यूक्रेन पर इंटरकंटिनेंटल बेलिस्टिक मिसाइल (ICBM) से हमला किया. रूस इस पर कुछ भी बोलने से इंकार कर रहा है. बड़ी बात ये है कि क्रेमलिन ने अपने विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता को इस बात की पुष्टि करने से मना कर दिया. लेकिन ये बातचीत लीक हो गई क्योंकि प्रवक्ता ने फ़ोन पर बात करते वक्त अपने माइक को ऑफ नहीं किया. हमारे पास इस बातचीत का पूरा वीडियो है.
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने पैसेंजर वैन पर बरसाईं गोलियां, हमले में 17 लोगों की मौत
आतंकी हमले में 10 लोगों की जान चली गई और एक पुलिस अधिकारी सहित दर्जनों लोग घायल हो गए. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी.
यूक्रेन युद्ध को 1000 दिन हो चुके हैं और इस दौरान वहां से लाखों लोग विस्थापित होकर देश छोड़ चुके है. ये लोग यूक्रेन के सभी पड़ोसी देशों में पलायन कर गए हैं जिसमें मोल्दोवा, स्लोवाकिया, इटली, पोलैंड, जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन शामिल हैं. इस तरह पिछले ढाई सालों में यूक्रेन के लोग पूरे यूरोप में विस्थापित हो चुके हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डोमिनिका के सर्वोच्च पुरस्कार 'डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया गया. इस सम्मान का आयोजन गुयाना में आयोजित भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में डोमिनिका की राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन ने किया. प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान को प्राप्त करने के बाद इसे भारत के 140 करोड़ नागरिकों को समर्पित किया है. देखें...
इस सम्मान से सम्मानित होने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि गुयाना के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर मैं मेरे मित्र राष्ट्रपति इरफान अली का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं. ये सम्मान केवल मेरा ही नहीं बल्कि भारत के 140 करोड़ लोगों का सम्मान है. यह हमारे संबंधों के प्रति आपकी गहरी प्रतिबद्धता का सजीव प्रमाण है जो हमें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहेगा.