Agniveer Scheme Updates: 4 साल देश सेवा... हाथ में 23 लाख, अग्निवीर को लेकर कई अच्छी खबरें, जानिए विकलांगता या वीरगति पाने पर कितना पैसा मिलेगा?
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सबसे ज्यादा सवाल उठ रहे हैं कि 4 साल के बाद अग्निवीर क्या करेंगे? इस मुद्दे को लेकर अब तक सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (CISF), बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF), सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) और सशस्त्र सीमा बल (SSB) में 10 फीसदी अग्निवीरों को आरक्षण देने का ऐलान किया गया है.
लोकसभा चुनाव में अग्निवीर का मुद्दा खूब उठाया गया, चुनाव के बाद भी संसद से लेकर सड़क तक अग्निवीर मसले को लेकर बयानबाजी चरम पर है. सरकार अग्निपथ स्कीम को हर हाल में सही बता रही है, जबकि विपक्ष का कहना है कि सेना में 4 साल की नौकरी की सही नहीं है, सरकार इसमें बदलाव करे.
दरअसल हमेशा से सेना की नौकरी को समाज में सम्मान से नजरिये से देखा जाता है. कहा भी जाता है कि सभी को देश सेवा का मौका नहीं मिलता है. सरकार कह रही है कि अग्निपथ स्कीम से युवाओं में देश प्रेम बढ़ेगा. यह सेना के लिए गेम चेंजर स्कीम है. इससे सेना भविष्य की चुनौतियों से बेहतर ढंग से निपट सकेगी.
दरअसल, 'अग्निपथ योजना' (Agnipath Scheme) के तहत आर्मी (Army), नेवी (Navy) और एयरफोर्स (Air Force) में जवानों की भर्तियां होंगी. इनका रैंक मौजूदा रैंक से अलग होगा और ये 'अग्निवीर' (Agniveer) कहलाएंगे. इस योजना के तहत हर साल करीब 40-45 हजार युवाओं को सेना में शामिल करने का प्लान है, ये युवा साढ़े 17 साल से 23 साल की उम्र के बीच के होंगे.
अग्निपथ स्कीम के बारे में सबकुछ
अग्निवीर योजना लागू हुए करीब दो साल हो चुके हैं, लेकिन अब भी इस योजना को लेकर विरोध के सुर उठ रहे हैं, लोगों का कहना है कि केवल 4 साल तक नौकरी का मौका मिलेगा, उसके बाद फिर क्या होगा? जबकि इसके जवाब में सरकार का कहना है कि अधिकतर युवा 12वीं के बाद स्किल ट्रेनिंग लेते हैं या हायर एजुकेशन के बाद जॉब ढूंढते हैं. हम युवाओं को एक साथ तीन मौके दे रहे हैं. उन्हें अच्छी सैलरी मिलेगी, चार साल में अच्छा बैंक बैलेंस हो जाएगा. साथ ही जॉब के दौरान उन्हें स्किल ट्रेनिंग भी दी जाएगी.
नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के तहत उन्हें जो भी फॉर्मल ट्रेनिंग दी जाएगी, उसका क्रेडिट पॉइंट उन्हें मिलेगा. उससे वे चार साल बाद हायर एजुकेशन ले सकते हैं. वे चार साल सेना में रहकर ज्यादा आत्मविश्वास के साथ बाहर जाएंगे.
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