
Adani Enterprises Fund Raising: हिंडनबर्ग की वजह से अटक गया था ये काम, अब फिर दो दिन में अडानी ले सकते हैं बड़ा फैसला!
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Hindenburg का असर कम होने के चलते मार्च महीने से अडानी एंटरप्राइजेज ने जोरदार वापसी की. इसके मार्च तिमाही के नतीजे भी शानदार रहे हैं. कंपनी नेट प्रॉफिट साल-दर-साल 137 फीसदी उछलकर 722.48 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. जबकि परिचालन से राजस्व साल-दर-साल आधार पर 26 फीसदी बढ़कर 31,346.05 करोड़ रुपये रहा है.
साल की शुरुआत से ही भारी नुकसान झेल रहे अडानी ग्रुप को लेकर बड़ी खबर आई है. कल यानी 13 मई 2023 को गौतम अडानी एक बड़ा फैसला कर सकते हैं. दरअसल, Adani Group की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) ने फंड जुटाने की तैयारी की है. इसके लिए प्रस्ताव पर बातचीत करके फैसला लेने लिए ये बैठक बुलाई गई है. कंपनी की ओर से नियामकीय फाइलिंग में इसकी जानकारी शेयर की गई है.
इन तरीकों से फंड जुटाने का बनाया प्लान Adani Enterprises की ओर से बुधवार 10 मई को नियामकीय फाइलिंग में इस बात का जिक्र किया गया है कि बोर्ड इक्विट शेयर (Eqity Share) जारी करके या फिर सिक्योरिटीज के जरिए फंड जुटाने के प्रस्ताव पर विचार कर मंजूरी देगा. इसके साथ ही फाइलिंग में इसके बारे में भी बताया गया है कि दूसरे किन तरीकों से फंड जुटाया जाएगा. इसमें प्राइवेट प्लेसमेंट, क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशन्स प्लेसमेंट, प्रिफरेंशियल इश्यू समेत अन्य तरीके शामिल हैं. बीते 24 जनवरी 2023 को अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप को लेकर अपनी रिसर्च रिपोर्ट पब्लिश की थी.
इस रिपोर्ट के जारी होने के अगले ही कारोबारी दिन से अडानी के शेयरों में सुनामी आ गई थी. दो महीने के भीतर ही अडानी एंटरप्राइजेज से लेकर अडानी पोर्ट- अडानी ग्रीन तक के शेयर धराशायी हो गए थे. इस बीच Adani Enterprises के स्टॉक्स की बात करें तो ये 65 फीसदी तक टूट गया था. जबकि, ग्रुप की कुछ कंपनियों के शेयरों में तो 85 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई थी.
हिंडनबर्ग से कंपनी को हुआ था बड़ा नुकसान हिंडनबर्ग के असर से जहां ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों में जोरदार गिरावट देखने को मिली थी, तो वहीं गौतम अडानी की संपत्ति में ऐसी सेंध लगी थी कि दो महीने में ही वे दुनिया के अमीरों की लिस्ट में चौथे पायदान से 37वें पायदान पर पहुंच गए थे. इस साल गौतम अडानी को अब तक 60 अरब डॉलर से ज्यादा का नुकसान हो चुका है.
हालांकि, मार्च महीने से अडानी के शेयरों में रिकवरी देखने को मिली और खास तौर पर अडानी एंटरप्राइजेज ने जोरदार वापसी की. हिंडनबर्ग के असर के बीच मार्च तिमाही के नतीजे कंपनी के लिए शानदार रहे हैं. इसका नेट प्रॉफिट साल-दर-साल आधार पर 137 फीसदी उछलकर 722.48 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. जबकि परिचालन से राजस्व साल-दर-साल आधार पर 26 फीसदी बढ़कर 31,346.05 करोड़ रुपये रहा है.
20000 करोड़ का FPO लेना पड़ा था वापस बता दें हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने से पहले अडानी एंटरप्राइजेज की कई योजनाएं थे, जिन पर शेयरों में आई सुनामी के चलते पानी फिर गया था. इसका एक उदाहरण Adani Enterprises का फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) है. कंपनी ने 20,000 करोड़ रुपये का एफपीओ लॉन्च किया था और इस इश्यु को फुल सब्सक्रिप्शन मिलने के बावजूद कंपनी ने इसे वापस ले लिया था. इसके प्राइस बैंड में बड़ी गिरावट देखने को मिली थी. हालांकि, अब अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर कुछ समय से अच्छा परफॉरमेंस कर रहे हैं. गुरुवार को भी Adani Enterprises के शेयर दोपहर तीन बजे पर 4.63 फीसदी की उछाल के साथ 1,979.85 रुपये के लेवल पर कारोबार कर रहे थे.

साल 2023 में इसे डिफॉल्ट कर दिया गया. हालांकि न्यू टैक्स रिजीम को लेकर अक्सर कहा जाता है कि इसमें कुछ भी एक्स्ट्रा टैक्स छूट नहीं मिलती है, लेकिन ऐसा नहीं है. आप अन्य डिडक्शन का बेनिफिट उठा सकते हैं. सिर्फ सैलरीड ही नहीं, बल्कि अन्य लोग भी न्यू टैक्स रिजीम के तहत एक्स्ट्रा डिडक्शन का लाभ उठा सकते हैं.

इस भारी गिरावट के बाद निवेशकों को ट्रंप-जेलेंस्की की मुलाकात (Trump-Zelensky Meeting) से रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण पैदा हुए भू-राजनीतिक तनाव को खत्म करने का रोडमैप मिलने की उम्मीद थी और अनुमान था कि सोमवार को भारतीय बाजार में थोड़ी तेजी आ सकती है, लेकिन ट्रंप-जेलेंस्की के बीच बहस (Trump-Zelensky) ने चिंता पैदा कर दी है.