
'90 घंटे काम' बोलकर घिरे L&T चेयरमैन की सैलरी ₹51 करोड़... अपने कर्मचारियों से 534 गुना ज्यादा!
AajTak
L&T Chairman एस एन सुब्रह्मण्यन सप्ताह में 90 घंटे काम करने की सलाह देकर सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रहे हैं. कर्मचारियों को ये सलाह देने के साथ ही उन्होंने कहा था, 'कितनी देर अपनी पत्नी को निहारोगे, घर पर कम और ऑफिस में ज्यादा समय बिताएं.'
इंजीनियरिंग सेक्टर की दिग्गज कंपनी लार्सन एंड टूब्रो (L&T) के चेयरमैन द्वारा देश में 'हफ्ते में 90 घंटे काम' (90 Hours Work Week) का बयान बहस का मुद्दा बना हुआ है. इससे पहले इंफोसिस के को-फाउंडर ने भी सप्ताह में 70 घंटे काम की सलाह दी थी, जो सुर्खियों में रहा था. अब एल एंड टी के चेयरमैन एसएन सुब्रह्मण्यन अपने बयान के चलते घिरे नजर आ रहे हैं. सोशल मीडिया पर उन्हें जमकर ट्रोल किया जा रहा है और अलोचना करने में आम यूजर ही नहीं, बल्कि बिजनेस और फिल्म जगत की हस्तियां भी शामिल हो चुकी हैं. लेकिन क्यों आप जानते हैं तेजी से वायरल हो रहे SN Subrahmanyam को कितनी सैलरी मिलती है? आइए जानते हैं...
FY24 में मिला थी इतनी सैलरी! अपने कर्मचारियों को सप्ताह में 90 दिन काम करने की सलाह देकर ट्रोल हुए L&T Chairman एसएन सुब्रह्मण्यन को मोटा वेतन मिलता है. बिजनेस टुडे पर छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, FY2023-24 के लिए उनका वेतन (SN Subrahmanyam) कुल 51 करोड़ रुपये था और उनके वेतन में बीते वर्ष की तुलना में 43.11% की वृद्धि हुई है. रिपोर्ट की मानें तो सुब्रह्मण्यन के वित्त वर्ष 2024 के पैकेज में 3.6 करोड़ रुपये का मूल वेतन और 35.28 करोड़ रुपये के कमीशन के अलावा अन्य भत्ते व राशि शामिल थे.
कर्मचारियों के पैकेज से 534 गुना ज्यादा इस रिपोर्ट में L&T Chairman की सैलरी का आंकड़ा पेश करने के साथ ही ये भी बताया गया है कि चेयरमैन के वेतन और कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों के पैकेज में आखिर कितना अंतर है. इसमें कहा गया है कि कर्मचारियों को मिलने वाला औसत पैकेज वित्त वर्ष 2023-24 में 9.55 लाख रुपये था और इस हिसाब से देखें तो एलएंडटी कर्मचारियों के औसत वेतन से SN Subrahmanyam का वेतन 534.57 गुना ज्यादा था.
क्यों विवादों में घिरे एल एंड टी चेयरमैन? L&T Chairman के Reddit पर वायरल हो रहे एक वीडियो में वो अपनी कंपनी के कर्मचारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत करते हुए नजर आ रहे हैं. इसमें एसएन सुब्रह्मण्यन, जहां सप्ताह में 90 घंटे काम करने की वकालत करते हुए बोल रहे हैं कि मुझे इस बात का अफसोस है कि मैं आपको रविवार को काम नहीं करवा पा रहा हूं, अगर मैं ऐसा करवा सकता हूं, तो मुझे ज्यादा खुशी होगी, क्योंकि मैं खुद रविवार को काम करता हूं.
इसके साथ ही उन्होंने हफ्ते में 90 घंटे काम करने की सलाह देते हुए ऐसा बयान भी दे दिया, जिसके चलते वे सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गए. दरअसल, उन्होंने कर्मचारियों से ये तक कह दिया कि, 'आप घर पर रहकर अपनी पत्नी को कितनी देर निहारोगे, घर पर कम और कार्यालय में अधिक समय बिताएं.'
ट्रोल होने पर कंपनी ने दी सफाई 90 घंटे काम और पत्नी को निहारने जैसे बयान के बाद सुब्रह्मण्यन की सोशल मीडिया पर आलोचना शुरू हो गई. इसके बाद कंपनी की ओर से चेयरमैन की इस टिप्पणी पर सफाई भी जारी की गई. इसमें कहा गया कि बीते 8 दशकों से अधिक समय से हम भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर, बिजनेस और तकनीकी क्षमताओं को आकार देने में लगे हैं. यह भारत का दशक है, एक ऐसा समय जिसमें ग्रोथ को और आगे बढ़ाने व एक विकसित राष्ट्र बनने के हमारे साझा दृष्टिकोण को साकार करने के लिए सामूहिक समर्पण और प्रयास की आवश्यकता है.

'आयत लिखी कोई चादर नहीं जली, दोषियों को कब्र से भी खोद निकालेंगे…', नागपुर हिंसा पर बोले सीएम फडणवीस
सीएम फडणवीस ने विधानसभा में कहा कि नागपुर हमेशा से शांतिप्रिय शहर रहा है, यहां तक कि 1992 के सांप्रदायिक तनाव के समय भी शहर में दंगे नहीं हुए थे. लेकिन इस बार कुछ असामाजिक तत्वों ने जानबूझकर हिंसा भड़काने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि इस मामले की पूरी जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.

नागपुर में हुई हिंसा पर सियासत तेज हो गई है. उद्धव ठाकरे गुट ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़नवीस को घेरा है. नितेश राणे और टी राजा सिंह के भड़काऊ बयानों पर कार्रवाई की मांग की गई है. एफआईआर में खुलासा हुआ है कि उपद्रवियों ने महिला पुलिसकर्मियों के साथ छेड़छाड़ की और उनके कपड़े फाड़ने की कोशिश की.

औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग पर सियासत गर्म हो गई है. जहां बीजेपी से जुड़े कुछ नेता और संगठन इस मांग का समर्थन कर रहे हैं, वहीं जेडीयू और एनसीपी ने इसे गलत बताया है. विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और बजरंग दल जैसे संगठन लगातार औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन संघ परिवार से जुड़े लोगों ने इस मांग को लेकर अब स्पष्ट संकेत दिए हैं कि संघ किसी भी प्रकार की हिंसा का समर्थन नहीं करता.

दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, मंत्री प्रवेश वर्मा और भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने दिल्ली के दयाल सिंह कॉलेज के पास DTC बस डिपो के भीतर सुनहरी पूल नाले को ढकने के काम का निरीक्षण किया. इस महत्वपूर्ण परियोजना का उद्देश्य जल निकासी में सुधार करना और क्षेत्र के निवासियों को बेहतर पर्यावरण उपलब्ध कराना है.

मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में इंस्टाग्राम चैट पर धार्मिक टिप्पणी को लेकर विवाद हो गया. कोतवाली थाना क्षेत्र के इकबाल चौक पर मंगलवार रात को यह घटना हुई. पुलिस को शिकायत मिलने पर केस दर्ज किया गया. विरोध में लोग सड़कों पर उतर आए, जिसके बाद पुलिस ने बाजार बंद करवाया और आरोपी युवक को हिरासत में लिया. देखें.