6 देशों ने रोकी UN के जरिये फिलिस्तीन को मिल रही फंडिंग, लगाए गंभीर आरोप
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इजरायल ने यूएनआरडब्ल्यू के 12 कर्मचारियों पर हमास के आतंकियों के साथ मिलकर 7 अक्टूबर के हमले में शामिल होने का आरोप लगाया. इजरायल के आरोप के बाद शुक्रवार को एजेंसी ने उन कर्मचारियों की जांच शुरू कर सभी को बर्खास्त कर दिया था.
इजरायल और हमास के बीच जारी जंग के बीच अमेरिका समेत 6 देशों ने संयुक्त राष्ट्र संघ (यूएन) की एक एजेंसी की फंडिंग को बंद कर दिया है. इजरायल ने यूएनआरडब्ल्यू नाम की संस्था के 12 कर्मचारियों पर हमास के आतंकियों के साथ मिलकर 7 अक्टूबर के हमले में शामिल होने का आरोप लगाया था. इजरायल के आरोपों के बाद शुक्रवार को एजेंसी ने उन कर्मचारियों की जांच शुरू कर सभी को बर्खास्त कर दिया.
UNRWA की स्थापना 1948 के युद्ध के शरणार्थियों की मदद के लिए की गई थी और यह गाजा, वेस्ट बैंक, जॉर्डन, सीरिया और लेबनान में फिलिस्तीनियों को शिक्षा, स्वास्थ्य और मदद कर रहा है. ये गाजा की 2.3 मिलियन आबादी में से लगभग दो तिहाई की मदद करता है और 7 अक्टूबर के हमलों के बाद हमास को खत्म करने के लिए इजरायल द्वारा शुरू किए गए युद्ध के दौरान इसने महत्वपूर्ण सहायता भूमिका निभाई है.
अब इजरायल के आरोपों के बाद गाजा का समर्थन में ब्रिटेन, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड, स्विट्जरलैंड, फिनलैंड ने संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा ने एजेंसी के फंडिंग को बंद दिया है.
एजेंसी की फंडिंग बंद होने पर खुशी जताते हुए इजरायल के विदेश मंत्री इजरायल काट्ज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि गाजा के पुनर्निर्माण में यूएनआरडब्ल्यूए को सच में शांति और विकास के लिए समर्पित एजेंसियों से बदला जाना चाहिए.
'UNRWA का मजूबत है रिकॉर्ड'
संयुक्त राष्ट्र के डिप्टी प्रवक्ता फरहान हक से जब कैट्स की टिप्पणी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हम बयानबाजी पर प्रतिक्रिया नहीं दे रहे हैं. सब कुछ मिलाकर यूएनआरडब्ल्यूए का रिकॉर्ड काफी अच्छा है, जिसे में हमने बार-बार दोहराया है.
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