5 स्टार वैनिटी वैन, PK और विवाद! आखिर क्या है इस वैनिटी वैन की सच्चाई, कौन है असल मालिक?
AajTak
PK Vanity Van: पीके की वैनिटी वैन चर्चा का विषय बनी हुई है और सब यह जानने को उत्सुक हैं कि आखिर ऐसा क्या है इस वैनिटी वैन में, जो इसको लेकर इतनी चर्चा बिहार के राजनीतिक गलियारों में हो रही है?
जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर की एक वैनिटी वैन पिछले दिनों काफी चर्चा में रही है जिसे अब पटना प्रशासन ने जब्त किया हुआ है. प्रशांत किशोर भले ही गिरफ्तार होने के बाद जमानत मिल गई हो, मगर उनकी वैनिटी वैन अभी प्रशासन के ही कब्जे में है.
प्रशांत किशोर, दरअसल इस वैनिटी वैन का इस्तेमाल अपने आमरण अनशन के दौरान पटना के गांधी मैदान में कर रहे थे और उनके ऊपर आरोप लग रहा था कि वह इस वैनिटी वैन का इस्तेमाल रात में सोने के लिए करते हैं.
सोमवार की सुबह जब पटना प्रशासन और पुलिस ने गांधी मैदान पर धावा बोला और वहां से प्रशांत किशोर और उनके समर्थकों को बाहर निकाला तो प्रशांत किशोर की वैनिटी वैन भी प्रशासन के नजर में आ गई.
पुलिस ने प्रशांत किशोर को गिरफ्तार किया, तो वहीं गांधी मैदान में उनकी वैनिटी वैन को भी जब्त कर पटना जिला परिवहन अधिकारी के दफ्तर में लगा दिया गया.
इसके साथ ही प्रशासन ने जन सुराज पार्टी की तरफ से प्रशांत किशोर के आमरण अनशन में इस्तेमाल होने वाली 15 और गाड़ियों को भी जब्त कर लिया है.
पटना डीएम डॉ.चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि जब प्रशांत किशोर को गिरफ्तार करके पुलिस ले जा रही थी तो उसे दौरान इन गाड़ियों ने रास्ते में सरकारी काम में अवरोध पैदा किया जिसके बाद इन गाड़ियों को भी जब्त कर लिया गया है.
यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो बोल्डर की वायरोलॉजिस्ट सारा सॉयर कहती हैं- वायरस हमारी दुनिया में नहीं रहे हैं बल्कि हम वायरस की दुनिया में रह रहे हैं. उन्होंने हमें जीवनदान दिया हुआ है. पृथ्वी पर मौजूद कुल जीव-जंतुओं कीआबादी वायरस की संख्या की तुलना में कुछ भी नहीं है. किस्मत अच्छी है कि सभी वायरस हमें नुकसान नहीं पहुंचाते. क्योंकि वायरस बेहद चुनिंदा कोशिकाओं पर ही हमला करते हैं.
महाराष्ट्र के संभाजीनगर में धर्मगुरु रामगिरि ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जन, गण, मन... की बजाय वंदे मातरम हमारा राष्ट्रगान होना चाहिए. साथ ही रामगिरि ने महान कवि रबींद्रनाथ टैगोर की भी आलोचना की. रामगिरि महाराज ने कहा कि राष्ट्रगान भारत के लोगों के लिए नहीं था, इसलिए भविष्य में हमें इसके लिए भी संघर्ष करना होगा और वंदे मातरम् हमारा राष्ट्रगान होना चाहिए.