450 करोड़ के पोंजी स्कैम के घेरे में आए 4 क्रिकेटर! पुलिस के कब्जे में आ चुका है सरगना
AajTak
गुजरात के एक बड़े पोंजी स्कैम मामले में गुजरात टाइटन्स के 4 खिलाड़ियों का नाम सामने आ रहा है. गुजरात टाइटन्स के इन खिलाड़ियों ने विवादास्पद फर्म में निवेश किया था. ये जानकारी सामने आने के बाद खिलाड़ियों की संलिप्तता के साथ-साथ संभावित नुकसान को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं.
पोंजी स्कैम से जुड़े एक बड़े मामले से 4 खिलाड़ियों के खिलाफ जांच शुरू होने की बात सामने आ रही है. इस मामले की जांच गुजरात CID कर रही है. सूत्रों ने आज तक को बताया कि 450 करोड़ के इस पोंजी स्कैम में जिन 4 खिलाड़ियों के नाम सामने आए हैं, वो सभी गुजरात टाइटन्स के खिलाड़ी हैं.
सूत्रों के मुताबिक गुजरात टाइटन्स के इन खिलाड़ियों ने विवादास्पद फर्म में निवेश किया था. ये जानकारी सामने आने के बाद खिलाड़ियों की संलिप्तता के साथ-साथ संभावित नुकसान को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं.
पैसे वापस नहीं कर पाया झाला
खिलाड़ियों को लेकर यह खुलासा पोंजी स्कैम के कथित मास्टरमाइंड भूपेंद्र सिंह झाला से पूछताछ के बाद हुआ है. झाला ने पूछताछ के दौरान कबूल किया है कि वह इसमें शामिल क्रिकेटरों के निवेश को वापस करने में विफल रहा है.
पुलिस ने इस मामले से जुड़े 7 और आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है. एजेंट्स से भी पूछताछ की जा रही है. बता दें कि इस मामले में 11 हजार से ज्यादा निवेशक धोखाधड़ी के शिकार हुए हैं.
कौन है भूपेन्द्र सिंह झाला?
आज की ताजा खबर (Aaj Ki Taza Khabar), 12 जनवरी, 2025 की खबरें और समाचार: दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा होने के बाद तमाम राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी बिसात बिछाने में लगी हैं. इसी क्रम में बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की है. इसमें 29 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया गया है.
मध्यप्रदेश के पूर्व आरटीओ कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के खिलाफ चल रही जांच में हर दिन नए और चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. हाल ही में मेंडोरी के जंगल में 52 किलो सोने और 10 करोड़ रुपये कैश से लदी इनोवा कार मिली थी, इस मामले में अहम जानकारियां सामने आई हैं. अब जांच एजेंसियां कार के मालिक, उसे जंगल तक ले जाने वाले और सौरभ के कनेक्शन को जोड़ते हुए साजिश की परतें खोल रही हैं.
गंगा नदी का एक नाम ब्रह्मकन्या है. परमपिता ब्रह्मा के कमंडल का जल गंगा जल ही है. उन्होंने सबसे पहले गंगा को शुचिता का वरदान दिया. सप्तऋषियों के आशीर्वाद पाने के बाद गंगा पंडिता कहलाईं. इस तरह उनका नामकरण हुआ और वह पंडितों व ज्ञानियों के समान ही पूज्य मानी गईं. इसीलिए गंगा जल से आचमन किया जाना श्रेष्ठ माना जाता है.
सब-इंस्पेक्टर कमलेंदु धर ने बताया कि हम घुसपैठ के पूरे मामले की तहकीकात कर रहे हैं. यह जानने की कोशिश की जा रही है कि इनका यहां आने का मकसद क्या था और इनके पीछे कोई बड़ा नेटवर्क तो नहीं है. गिरफ्तार बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान मोइनुद्दीन मियां, रिमोन मियां, रहीम अहमद और सुमन मियां के रूप में हुई है.