
36 घंटे में तीसरी बार कांपी धरती, अर्जेंटीना में महसूस किए गए भूकंप के जोरदार झटके
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पिछले 36 घंटों के दौरान तीसरी बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. इस बार भूकंप अर्जेंटीना में आया है. भूकंप का केंद्र अर्जेंटीना के सैन एंटोनियो डी लॉस कोबरेस के उत्तर-उत्तर पश्चिम में 84 किलोमीटर की दूरी पर रहा और इसकी तीव्रता 6.5 की रही.
पिछले 36 घंटे में तीसरी बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. मंगलवार रात जहां भारत के कई राज्यों में तेज भूकंप के झटके लगे, तो वहीं पाकिस्तान में भी 6.8 तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किए गए. अब अर्जेंटीना के सैन एंटोनियो में भूकंप की वजह से धरती कांपी है. गुरुवार को अर्जेंटीना के डी. लॉस कोबर्स के उत्तर-पश्चिम में 84 किमी की दूरी पर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए है, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.5 मापी गई है.
किसी तरह का नुकसान नहीं यूरोपियन मेडिटेरेनियन सीस्मोलॉजिकल सेंटर (ईएमएससी) ने बताया कि भूकंप की गहराई 200 किलोमीटर (124.27 मील) थी. इसके अलावा चिली में भी 6.3 तीव्रता का भूकंप आया है. भूकंप से फिलहाल किसी जानमाल के नुकसान के खबर नहीं है. बचाव और राहत एजेंसिया इस बात का पता लगा रही हैं कि कहीं किसी तरह का नुकसान तो नहीं हुआ है.
मंगलवार में हुई थी 9 लोगों की मौत
इससे पहले, मंगलवार रात को पाकिस्तान में 6.8 तीव्रता वाले भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए थे, जिसका केंद्र अफगानिस्तान में था. इसकी वजह से पाकिस्तान में 9 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 100 से अधिक लोग घायल हो गए थे. यह आकंड़ा और बढ़ने की उम्मीद है. पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान का हिंदू कुश क्षेत्र था, जबकि इसकी गहराई 180 किलोमीटर थी. पाकिस्तान में लाहौर, इस्लामाबाद, रावलपिंडी, क्वेटा, पेशावर, कोहाट, लक्की मरवत, गुजरांवाला, गुजरात, सियालकोट, कोट मोमिन, मध रांझा, चकवाल, कोहाट और गिलगित-बाल्टिस्तान इलाकों में भूकंप के तेज झटकों के बाद लोग घरों से बाहर निकल आए थे.
भारत में हिली धरती वहीं मंगलवार रात को भारत में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे. भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान का हिंदू कुश क्षेत्र था. रात करीब 10.20 पर आए भूकंप की रिक्टर स्केल पर तीव्रता 6.6 थी. इसका असर दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, जम्मू कश्मीर, हिमाचल, पंजाब, मध्यप्रदेश और उत्तराखंड समेत पूरे उत्तर भारत में रहा. इन झटकों के बाद लोग दहशत में आ गए और अपने अपने घरों से बाहर आ गए. हालांकि, गनीमत रही कि अब तक देश से किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर सामने नहीं आई.

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