2 अफसर सस्पेंड, 3 का ट्रांसफर, घटना की न्यायिक जांच के आदेश... तिरुपति भगदड़ मामले में CM नायडू का एक्शन
AajTak
मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि अधिकारियों को ऐसे समय में अधिक सतर्क रहना चाहिए, लेकिन कुछ अधिकारी बहुत ही गैर-जिम्मेदाराना तरीके से काम कर रहे हैं. दो अधिकारियों को निलंबित करने का ऐलान करते हुए सीएम ने कहा कि हम डीएसपी रमण कुमार और गोशाला के निदेशक हरिनाथ रेड्डी को निलंबित कर रहे हैं.
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने गुरुवार को तिरुपति में हुई भगदड़ की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं. इस भगदड़ में छह लोगों की मौत हो गई थी और करीब 40 लोग घायल हो गए थे. नायडू ने तिरुपति में हुई भगदड़ की घटना में श्रद्धालुओं की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि श्रद्धालुओं को परेशानी मुक्त वैकुंठ द्वार दर्शन सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएंगे.
गुरुवार शाम को यहां मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए नायडू ने कहा कि वैकुंठ द्वार दर्शन टोकन के लिए कतार में इंतजार करते समय तिरुपति के पास हुई भगदड़ में छह श्रद्धालुओं की मौत ने उन्हें बहुत स्तब्ध और परेशान कर दिया है. उन्होंने कहा कि वे अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दे रहे हैं कि वे ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए कदम उठाएं.
दुर्घटना स्थल का दौरा करने तथा एसवीआईएमएस और पद्मावती अस्पताल में उपचाराधीन घायलों से मिलने के बाद मीडियाकर्मियों से बात करते हुए चंद्रबाबू नायडू ने स्पष्ट किया कि भगवान वेंकटेश्वर के भक्त तथा राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में तिरुमाला की पवित्रता को बनाए रखना उनका परम कर्तव्य है. पूरी घटना की न्यायिक जांच के आदेश देते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे यह सुनिश्चित करें कि घटना में घायलों को सर्वोत्तम संभव उपचार दिया जाए.
यह भी पढ़ें: 'अधिकारियों को दे रहा हूं सख्त निर्देश...' तिरुपति भगदड़ के पीड़ितों से मिलने के बाद बोले CM नायडू
आर्थिक मदद का किया ऐलान
तिरुमाला हिल्स पर हुई इस दुखद घटना से खुद को बहुत दुखी बताते हुए मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि मृतक परिवार के सदस्य के एक व्यक्ति को अनुबंध पर नौकरी दी जाएगी.सीएम ने कहा कि भगदड़ में गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को पांच-पांच लाख रुपये दिए जाएंगे और उनके इलाज का खर्च सरकार उठाएगी. उन्होंने कहा कि इस घटना में 33 अन्य लोग घायल हुए हैं और उन्हें दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी.
आम आदमी पार्टी ने पहले पुजारियों को 18 हजार रुपये महीना देने का वादा किया. फिर बीजेपी के मंदिर प्रकोष्ठ के मुकाबले सनातन सेवा समिति बनाने का दांव चला. धर्म की पिच से जाति की पिच पर आकर अब अरविंद केजरीवाल ने सियासी बैटिंग शुरू करते हुए दिल्ली में जाटों के ओबीसी वर्ग में शामिल ना होने और पिछड़े वर्ग का आरक्षण ना मिलने का मुद्दा उठाया.
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जाट समुदाय को OBC वर्ग में शामिल करने की मांग उठाई है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इस मुद्दे पर ध्यान देने को कहा है. दिल्ली में जाट वोटरों की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए यह कदम चुनावी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है. केजरीवाल ने BJP पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है. इस बीच, BJP ने केजरीवाल पर पूर्वांचल के लोगों का अपमान करने का आरोप लगाया है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने राजनीतिक सफर पर चर्चा की. आंदोलन के दिनों और वर्तमान राजनीतिक भूमिका के बीच अंतर पर टिप्पणी की. सत्ता और सेवा के बीच संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया. राजनीति के यथार्थ और सत्ता प्राप्ति के प्रयासों पर भी बात की. सत्ता का उपयोग जनसेवा के लिए करने की भावना पर बल दिया.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी को जाट आरक्षण पर चिट्ठी लिखी है. उन्होंने जाट समुदाय को केंद्रीय ओबीसी सूची में शामिल करने की मांग की है. हालांकि, यह मुद्दा चुनाव से पहले उठाया गया है, जिससे राजनीतिक मंशा पर सवाल उठ रहे हैं. दिल्ली में जाट वोटरों की संख्या 10% तक है और कई विधानसभा सीटों पर निर्णायक भूमिका निभाते हैं. केजरीवाल पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लग रहा है. जाट आरक्षण का मुद्दा पहले भी उठा है और सुप्रीम कोर्ट ने इसे खारिज किया था.
कोरोना की तरह ही चीनी वायरस HMPV भारत में एंट्री कर चुका है. कर्नाटक, तमिलनाडु, बंगाल व गुजरात समेत देश के बाकी हिस्सों से 11 केस मिल चुके हैं. इसके बाद अब सबसे ज्यादा खतरा प्रयागराज में महाकुंभ पर मंडरा रहा है, क्योंकि देश ही नहीं बल्कि दुनिया का सबसे बड़ा मेला महाकुंभ यहां 13 जनवरी से शुरू हो रहा है. देखें...