'हमारी डोडो वापस आ गई', 471 दिन बाद मां को सामने देख नम हुईं आंखें, घर लौटीं इजरायल की बंधक तीन महिलाएं
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हमास की कैद से रिहा हुईं ब्रिटिश-इजरायली एमिली डमारी दक्षिणी इजरायल में आईडीएफ कैंप में अपनी मां से मिलीं. उनके परिवार ने बताया कि 7 अक्टूबर के हमले के दौरान हमास के आतंकियों की गोली लगने से एमिली ने अपनी दो उंगलियां गंवा दीं. वहीं डोरोन स्टीनब्रेचर 471 दिनों तक हमास की कैद में रहने के बाद अपनी मां से मिलीं.
इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम समझौते के पहले चरण में दोनों ओर से बंधक रिहा किए जा रहे हैं. रविवार को हमास ने अपनी कैद से इजरायली बंधकों को आजाद किया. इजरायल डिफेंस फोर्स ने बताया कि तीनों रिहा किए गए बंधक अपनी-अपनी मां के साथ इजरायली वायुसेना के हेलिकॉप्टर में सवार होकर अस्पताल पहुंच गए हैं, जहां वे अपने परिवार के बाकी सदस्यों से मिलेंगे और उन्हें मेडिकल हेल्प दी जाएगी.
हमास की कैद से रिहा हुईं ब्रिटिश-इजरायली एमिली डमारी दक्षिणी इजरायल में आईडीएफ कैंप में अपनी मां से मिलीं. उनके परिवार ने बताया कि 7 अक्टूबर के हमले के दौरान हमास के आतंकियों की गोली लगने से एमिली ने अपनी दो उंगलियां गंवा दीं. वहीं डोरोन स्टीनब्रेचर 471 दिनों तक हमास की कैद में रहने के बाद अपनी मां से मिलीं.
'एमिली घर आ गई लेकिन कई परिवारों का इंतजार जारी'
एमिली की मां की तरफ से जारी एक बयान में उन्होंने कहा, '471 दिनों के बाद एमिली आखिरकार घर आ गई है. मैं उन सभी लोगों का शुक्रिया अदा करना चाहती हूं जिन्होंने इस भयावह घटना के दौरान एमिली के लिए लड़ाई जारी रखी और जिन्होंने उसका नाम लेना कभी बंद नहीं किया.... इजराइल, ब्रिटेन, अमेरिका और दुनिया भर में. एमिली को घर वापस लाने के लिए आपका शुक्रिया.'
उन्होंने कहा, 'गाजा का बुरा सपना एमिली के लिए खत्म हो गया लेकिन कई अन्य परिवारों का इंतजार जारी है. हर आखिरी बंधक को रिहा किया जाना चाहिए और उन बंधकों को मानवीय सहायता प्रदान की जानी चाहिए जो अभी भी घर आने का इंतजार कर रहे हैं.'
'ट्रंप का बहुत-बहुत शुक्रिया'
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