![स्वीडन में जेंडर चेंज करना हुआ आसान, संसद में पारित हुआ कानून](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202404/661ff98d7e91f-congress-2024-manifesto-173212412-16x9.jpg)
स्वीडन में जेंडर चेंज करना हुआ आसान, संसद में पारित हुआ कानून
AajTak
लगभग 6 घंटे तक चली बहस के बाद 234 सांसदों ने इसके पक्ष में मतदान किया, 94 विपक्ष में रहे और 21 अनुपस्थित थे. स्वीडन के कंजर्वेटिव प्राइम मिनिस्टर उल्फ क्रिस्टर्सन का सेंटर-राइट गठबंधन इस मुद्दे पर विभाजित हो गया था.
स्वीडन के संसद ने बुधवार को एक कानून पारित कर लोगों के लिए कानूनी तौर पर लिंग परिवर्तन के लिए आवश्यक आयु 18 से घटाकर 16 कर दी. हालांकि 18 साल से कम उम्र के युवाओं को अभी भी अभिभावक, डॉक्टर और नेशनल बोर्ड ऑफ हेल्थ एंड वेलफेयर से अनुमति लेनी होगी.
अब जेंडर डिस्फोरिया डायग्नोसिस की जरूरत नहीं होगी. चिकित्सा पेशेवरों के अनुसार, जेंडर डिस्फोरिया उन लोगों द्वारा अनुभव किया जाने वाला एक मनोवैज्ञानिक तनाव है जिनकी लिंग अभिव्यक्ति (Gender Expression) उनकी लिंग की पहचान (Gender Identity) से मेल नहीं खाती है.
6 घंटे तक चली बहस
लगभग 6 घंटे तक चली बहस के बाद 234 सांसदों ने इसके पक्ष में मतदान किया, 94 विपक्ष में रहे और 21 अनुपस्थित थे. स्वीडन के कंजर्वेटिव प्राइम मिनिस्टर उल्फ क्रिस्टर्सन का सेंटर-राइट गठबंधन इस मुद्दे पर विभाजित हो गया था. डेनमार्क, नॉर्वे, फिनलैंड और स्पेन उन देशों में से हैं जिनके पास पहले से ही समान कानून हैं.
जर्मनी ने भी बनाया कानून
पिछले शुक्रवार को जर्मन सांसदों ने इसी तरह के कानून को मंजूरी दे दी जिससे ट्रांसजेंडर, इंटरसेक्स और नॉन-बाइनरी लोगों के लिए सीधे रजिस्ट्री कार्यालयों में आधिकारिक रिकॉर्ड में अपना नाम और लिंग बदलना आसान हो गया.
![](/newspic/picid-1269750-20250212004243.jpg)
पीएम मोदी ने मार्सिले पहुंचे के बाद एक्स पर लिखा, मैं मार्सिले में उतर गया हूं. भारत की आजादी की चाह में इस शहर का खास महत्व है. यहीं पर महान वीर सावरकर ने साहसी पलायन की कोशिश की. मैं मार्सिले के लोगों और उस वक्त के फ्रांसीसी कार्यकर्ताओं को भी धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने ये मांग की कि उन्हें ब्रिटिश हिरासत में नहीं सौंपा जाए. वीर सावरकर की वीरता पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी!
![](/newspic/picid-1269750-20250211123528.jpg)
हमास ने इजरायली बंधकों की रिहाई पर रोक लगा दी है. हमास प्रवक्ता अबू उबेदा ने इजरायल पर युद्धविराम समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाया.. उन्होंने फिलिस्तीनियों को उत्तरी गाजा लौटने से रोके जाने, गाजा में मानवीय मदद पहुंचने से रोकने और फिलिस्तीनियों पर गोलाबारी का भी आरोप लगाया. देखें दुनिया की बड़ी खबरें.