टैरिफ वॉर, H-1B वीजा और गैंगस्टर्स का बढ़ता आतंक... ट्रंप को साध पाएंगे यूएस जा रहे पीएम मोदी?
AajTak
पीएम मोदी और ट्रंप के बीच मुलाकात में व्यापार संतुलन सबसे बड़ा मुद्दा हो सकता है, इसके अलावा रक्षा सहयोग, आतंकवाद, भारत-प्रशांत क्षेत्र, चीन की दादागीरी, रूस-यूक्रेन युद्ध, H1B वीजा और गैंगस्टर जैसे मुद्दों पर भी बात हो सकती है.
प्रधानमंत्री मोदी इस वक्त अमेरिका के रास्ते में हैं. वो कुछ घंटे बाद वॉशिंगटन पहुंचेंगे. ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद पीएम मोदी का ये पहला दौरा है, जिसे काफी अहम माना जा रहा है. क्योंकि 20 जनवरी को शपथ लेने वाले डोनाल्ड ट्रंप का इतनी जल्दी पीएम मोदी को मिलने के लिए बुलाना, अपने आप में काफी कुछ बताता है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के लिए इस दौरे की सबसे बड़ी चुनौती ये होगी कि वो ट्रंप को कैसे भारत के हितों पर चोट करने से रोकें.
पीएम मोदी और ट्रंप के बीच मुलाकात में व्यापार संतुलन सबसे बड़ा मुद्दा हो सकता है, इसके अलावा रक्षा सहयोग, आतंकवाद, भारत-प्रशांत क्षेत्र, चीन की दादागीरी, रूस-यूक्रेन युद्ध, H1B वीजा और गैंगस्टर जैसे मुद्दों पर भी बात हो सकती है.
अमेरिका की कमान संभालने के बाद डोनाल्ड ट्रंप हर किसी को धमका रहे हैं, वो हमास को बंधक छोड़ने का अल्टीमेटम दे चुके हैं, वो गाजा के लोगों को मिस्र-जॉर्डन में बसने के लिए कह चुके हैं, वो गाजावासियों को नहीं लेने पर मिस्र-जॉर्डन को पाई-पाई के लिए मोहताज करने की धमकी दे चुके हैं. ट्रंप के तेवर से हर कोई परेशान है. जॉर्डन के किंग उनकी सख्ती का ताजा शिकार बने हैं, अब सारी दुनिया की नजरें प्रधानमंत्री मोदी पर हैं. जिनकी फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों की तरह डोनाल्ड ट्रंप से बहुत गहरी मित्रता है. अमेरिका रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने मैक्रों को गले लगाया फिर दोनों ने एक-दूसरे से थोड़ी देर बातचीत की और मैक्रों ने पीएम मोदी को नमस्ते करते हुए विदा किया.
क्या ट्रंप का रवैया भारत के लिए चुनौती खड़ी कर सकता है?
प्रधानमंत्री मोदी और ट्रंप में खास दोस्ती है, चुनाव के दौरान भी ट्रंप ने मोदी की खूब तारीफ की. लेकिन ट्रंप ने इसी दौरान भारत को टैरिफ किंग भी बताया और इस महीने की शुरुआत में ही अमेरिका से 104 भारतीयों को लेकर अमेरिका का मिलिट्री एयरक्राफ़्ट अमृतसर पहुंचा था. इन भारतीयों के हाथों में हथकड़ी और पैरों में बेड़ियां लगी थीं. अब सवाल ये है कि जो ट्रंप कई देशों पर टैक्स लगा चुके हैं, वो भारत को लेकर क्या रुख अपनाएंगे? ट्रंप को भारत कैसे साधेगा? जो गाजा पर अमेरिकी कब्जा जैसी हैरतअंगेज बातें करने में जुटे हैं. लिहाजा ट्रंप कुछ भी कह रहे हैं और समझ भी नहीं रहे. उनका ये रवैया भारत के लिए भी चुनौती खड़ी कर सकता है.
क्या है एक्सपर्ट्स का मानना?
कैरोलिन लेविट ने कहा, 'राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्टील पर वास्तविक 25 प्रतिशत टैरिफ बहाल करने और एल्युमीनियम पर टैरिफ को 25 प्रतिशत तक बढ़ाने के लिए वर्तमान की कमियों को दूर करने के लिए घोषणापत्र पर साइन कर दिए हैं. प्रशासन का मानना है कि ये टैरिफ हमारे देश सुरक्षा की रक्षा करेंगे और अमेरिकी कर्मचारियों को प्राथमिकता पर रखेंगे.'
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की से बात की है. इस बारे में यूक्रेन के राष्ट्रपति ने जानकारी दी है. उन्होंने एक्स पर लिखा, 'मैंने डोनाल्ड ट्रंप के साथ सार्थक बातचीत की. हमने शांति प्राप्त करने के अवसरों के बारे में लंबे समय तक बात की. हम अमेरिका के साथ मिलकर, रूसी आक्रामकता को रोकने और एक स्थायी, विश्वसनीय शांति सुनिश्चित करने के लिए अपने अगले कदमों की रूपरेखा तैयार कर रहे हैं.'