स्वीडन की बस कंपनी ने भारत के 'गुमनाम' मंत्री को दी रिश्वत, बस टेंडर के लिए करप्शन!
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इस मामले में स्कैनिया ने खुद 2017 में एक जांच शुरू की थी, इस दौरान पाया गया कि कंपनी के कर्मचारियों और टॉप मैनेजमेंट ने गंभीर गड़बड़ियां की है. कंपनी के प्रवक्ता ने रॉयटर्स को बताया कि कर्मचारियों के गलत आचरण में कथित तौर पर रिश्वत देना, बिजनेस पार्टनर के जरिए रिश्वत देना और कंपनी का गलत प्रतिनिधित्व शामिल है.
स्वीडन की एक कंपनी ने भारत में बसों की सप्लाई करने का ठेका हासिल करने के लिए 3 सालों तक बड़े पैमाने पर भारतीय अधिकारियों को रिश्वत दी है. ये मामला यूपीए से लेकर एनडीए सरकार के कार्यकाल तक है. स्वीडन के एक समाचार चैनल SVT और 2 अन्य मीडिया एजेंसियों द्वारा की गई जांच में इस मामले का खुलासा हुआ है. 2013 से 16 तक दी गई रिश्वतप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डोमिनिका के सर्वोच्च पुरस्कार 'डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया गया. इस सम्मान का आयोजन गुयाना में आयोजित भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में डोमिनिका की राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन ने किया. प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान को प्राप्त करने के बाद इसे भारत के 140 करोड़ नागरिकों को समर्पित किया है. देखें...
इस सम्मान से सम्मानित होने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि गुयाना के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर मैं मेरे मित्र राष्ट्रपति इरफान अली का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं. ये सम्मान केवल मेरा ही नहीं बल्कि भारत के 140 करोड़ लोगों का सम्मान है. यह हमारे संबंधों के प्रति आपकी गहरी प्रतिबद्धता का सजीव प्रमाण है जो हमें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहेगा.
अमेरिका के कैलिफोर्निया स्टेट के लॉस एंजलेस शहर में यूएस इमिग्रेशन डिपार्टमेंट एक शख्स के ट्रैवल डॉक्यूमेंट चेक कर रहा था. उसके पास भारतीय पासपोर्ट था. पासपोर्ट पर उसका नाम भानू लिखा हुआ था. बाद में खुलासा हुआ कि भानू कोई और नहीं बल्कि लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई और दस लाख रुपये का इनामी आतंकवादी अनमोल बिश्नोई है.