स्कूलों में धमकीभरे ईमेल की भाषा इस्लामिक स्टेट जैसी, कहां है ISIS, सालभर में कितने हमलों का जिम्मा ले चुका?
AajTak
दिल्ली-एनसीआर में बुधवार को सौ से ज्यादा स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी से भरा ईमेल मिला. मेल की भाषा इस्लामिक स्टेट (ISIS) से मिलती-जुलती है. लेकिन ये आतंकी संगठन तो साल 2019 में खत्म हो चुका था, फिर कैसे लगातार इसका नाम आ रहा है? मार्च 2023 के बाद से अंडरग्राउंड रहते हुए ही इसने 1,121 हमलों की जिम्मेदारी ली.
बुधवार का दिन दिल्ली-एनसीआर के लिए हलचल से भरा रहा. बहुत से स्कूलों को धमकीभरे ईमेल आए, जिनमें कैंपस में बम रखा होने की बात थी. हालांकि पुलिस की फुर्ती से कोई दुर्घटना नहीं हुई, न ही किसी स्कूल में विस्फोटक बरामद हुआ. इस बीच कई चीजें इशारा कर रही हैं कि अफवाह के पीछे ISIS जैसे आतंकी संगठन का हाथ हो सकता है. धमकी भले ही खोखली थी, लेकिन इससे ISIS का एक्टिव होना एक बार फिर साबित हो गया. जानिए, किन देशों में अब भी जिंदा है इस्लामिक स्टेट.
इस्लामिक स्टेट की गतिविधियां हो रहीं ट्रैक
अमेरिकी थिंक टैंक- वाशिंगटन इंस्टीट्यूट ने एक एक्टिविटी ट्रैकर बनाया, जो अनुमान लगाता है कि ISIS कहां और किन तरीकों से काम कर रहा है. ये अंदाजा उसके हमलों के पैटर्न या हमलों की जिम्मेदारी के आधार पर लगाया जा रहा है. पिछले साल मार्च में ये रिसर्च शुरू हुई, एक साल बाद जो दिख रहा है वो डराने के लिए काफी है.
हजार से ज्यादा हमले कर चुका
सालभर के भीतर खुद इस्लामिक स्टेट ने ही 1,121 हमलों की जिम्मेदारी ली. इन हमलों में 4,770 लोग मारे गए या जख्मी हुए. इनकी जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट वेस्ट अफ्रीका प्रोविंस (ISWAP) ने ली.
इन देशों से ऑपरेट हो रहा
पाकिस्तान में इमरान खान की अपील पर उनके समर्थक विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. वे डी-चौक तक मार्च करना चाहते थे, लेकिन उन्हें कंटेनर लगाकर बीच में ही रोक दिया गया है. दरअसल, इस क्षेत्र में संसद, पीएम और राष्ट्रपति का कार्यालय, और सुप्रीम कोर्ट भी है. यहां से एक चौंका देने वाला वीडियो सामने आया है, जहां सेना के जवान ने नमाज पढ़ रहे एक शख्स को कंटेनर से नीचे फेंक दिया.
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हम लगेज पॉलिसी लेकर आए हैं, जब भी हम कुछ लागू करते हैं, तो हमें सुझाव मिलते हैं, जनता की मांग थी कि दूध और सब्जी का उत्पादन करने वाले या सप्लाई करने वाले किसानों को हमारी बसों में रियायत दी जाए, हमने उनकी मांग को स्वीकार किया और दूध और सब्जी सप्लायरों के लिए टिकट हटा दिए हैं.
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एहतियाती उपायों की समीक्षा के लिए सचिवालय में हाईलेवल बैठक बुलाई. इस दौरान भारी बारिश की संभावना वाले क्षेत्रों में NDRF और SDRF की टीमों को तैनात करने का निर्देश दिया. कुल 17 टीमों को तैनात किया गया है, इसमें चेन्नई, तिरुवरुर, मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम और कुड्डालोर और तंजावुर जिले शामिल हैं.