
सरकार की छवि खराब करने का हवाला देकर पाकिस्तान के दो समाचार चैनलों का प्रसारण रोका गया
AajTak
पाकिस्तान में मीडिया पर निगरानी रखने वाली संस्था पेमरा ने देश के दो समाचार चैनलों एआरवाई न्यूज और बोल न्यूज का प्रसारण तीन दिनों के लिए बंद कर दिया है. आरोप है कि दोनों न्यूज चैनल टाइम डिले मैकेनिज्म को प्रभावी तरीके से लागू किए बिना प्रसारण कर रहे थे, जो कि दिशानिर्देशों का उल्लंघन है. इन चैनलों पर सरकारी संस्थानों की छवि धूमिल करने वाले कंटेंट पर रोक लगाने के लिए जारी हिदायत का पालन नहीं करने का आरोप है.
पाकिस्तान में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर निगरानी रखने वाली संस्था पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी (PEMRA) ने गुरुवार को देश के दो समाचार चैनलों एआरवाई न्यूज और बोल न्यूज का प्रसारण तीन दिनों के लिए बंद कर दिया है. PEMRA ने विपक्ष की एक रैली के लाइव प्रसारण के दौरान टाइम डिले मैकेनिज्म (Time Delay Mechanism) को लागू नहीं करने के लिए तीन दिनों के लिए इन दोनों चैनलों का प्रसारण रोका है.
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एंड रेगुलेटरी अथॉरिटी ने जारी बयान में कहा कि दोनों न्यूज चैनलों ने टाइम डिले मैकेनिज्म को प्रभावी तरीके से लागू किए बिना प्रसारण कर रहे थे, जो कि दिशानिर्देशों का उल्लंघन है.
सरकारी संस्थानों के खिलाफ कवरेज को लेकर हिदायत जारी
PEMRA ने इस दौरान अपने पूर्व बयान का उल्लेख किया, जिसमें प्रसारण के दौरान बयानों और भाषणों को फिल्टर करने की बात कही गई थी. बयान में कहा गया कि दोनों टीवी चैनल इन आदेशों का उल्लंघन कर रहे थे.
बयान में कहा गया, लिखित जवाब और मामले की संवेदनशीलता के संबंध में दोनों चैनलों के ट्रांसमिशन को तीन दिनों के लिए बंद कर दिया गया है. सभी केबल ऑपरेटर्स को इस फैसले के बारे में सूचित कर दिया गया है.
यह भी बताया गया कि दोनों टीवी चैनलों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को तलब किया गया था. हालांकि, उन्होंने इस संबंध में जवाब दिए हैं.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.