![सबसे खुशहाल देश फिनलैंड में बढ़ रहे उदास लोग, हकीकत के कितने करीब है UN की हैप्पीनेस रिपोर्ट?](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202501/677f7e83d6ae3-crowded-aleksi-street--helsinki--finlandincrease-in-depression-in-happiest-country-finland-history-a-094502248-16x9.jpg)
सबसे खुशहाल देश फिनलैंड में बढ़ रहे उदास लोग, हकीकत के कितने करीब है UN की हैप्पीनेस रिपोर्ट?
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कई सालों से फिनलैंड दुनिया का सबसे खुशहाल देश बना हुआ है. अगले एकाध महीने में एक बार फिर ये लिस्ट आएगी. हो सकता है कि फिन्स एक बार फिर बाजी मार जाएं. वैसे जरूरी नहीं कि जो दिख रहा है, वो सच भी हो. कई बेहद गरीब और आतंक से जूझते देश भी इस लिस्ट में ऊपर रहे. तो क्या हैप्पीनेस इंडेक्स के पैमाने गलत हैं?
पिछले सात सालों से हम जानते हैं कि फिनलैंड दुनिया का सबसे खुश देश है. अमेरिका और भारत जैसे देश परेशान मुल्कों की श्रेणी में हैं. जबकि आतंक से जूझते कई हिस्से मजे में हैं. ये दावा यूनाइटेड नेशन्स के सस्टेनेबल डेवलपमेंट सॉल्यूशन्स नेटवर्क का है. ये बात अलग है कि जिन फिन्स को सबसे खुश बताया जा रहा है, वे खुद डिप्रेशन से जूझ रहे हैं. तो क्या इसका मतलब ये है कि हैप्पीनेस इंडेक्स हवाहवाई है? या फिर फिनलैंड में ही कुछ बदल रहा है?
क्यों शुरू हुआ हैप्पीनेस को जांचने का सिलसिला कुछ साल पहले की बात है, जब दुनिया के बड़े नेता और पॉलिसी बनाने वाले उलझन में थे कि उनकी कोशिशों से देश की तरक्की हो रही है, बड़े घर, बड़े कारखाने बन रहे हैं. घूमने-फिरने के लिए पार्क और म्यूजियम भी हैं. लेकिन ये क्या सब जनता के लिए काफी है. क्या लोग खुश हैं? इसी का जवाब खोजने का बीड़ा उठाया यूनाइटेड नेशन्स ने.
साल 2012 में उसने एक रिपोर्ट शुरू की, जिसे नाम दिया- वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट. इससे वे यह जांचना चाहते हैं कि आखिर कौन सी चीज लोगों को खुश रखती है, जीडीपी या फिर सोशल स्ट्रक्चर. इस सोच के पीछे भी यूएन या यूएस नहीं, बल्कि एक छोटा सा देश था भूटान. सत्तर के दशक में वहां के राजा जिग्मे सिंगे वांगचुक ने यह कहकर दुनिया को चौंका दिया कि उनके लिए जीडीपी की बजाए ग्रॉस नेशनल हैप्पीनेस मायने रखता है. यही सोच फैलकर संयुक्त राष्ट्र तक पहुंच गई.
अब हर साल कुछ पैमाने लेते हुए अलग-अलग देशों में सर्वे होता है और नंबरों के आधार पर रैंकिंग दी जाती है.
इस रिपोर्ट में छह बड़े सवाल पूछे जाते हैं
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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साई ने पूरी कैबिनेट के साथ प्रयागराज के महाकुंभ में स्नान किया. उन्होंने बताया कि हम सभी लोगों ने संगम में स्नान किया और छत्तीसगढ़ की खुशहाली के लिए कामना की. भूपेश बघेल पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा 'जो लोग भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाते हैं उनसे उम्मीद नहीं.
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लोकसभा और राज्यसभा में वक्फ बोर्ड वाली जेपीसी रिपोर्ट पर जमकर हंगामा हुआ. दोनों जगह विपक्षी सांसदों ने खूब हंगामा किया. इसके साथ ही निर्मला सीतारमण ने न्यू इनकम टैक्स बिल पेश किया और स्पीकर ओम बिरला से इसे सदन की प्रवर समिति को भेजने का आग्रह किया. विपक्षी सदस्यों ने विधेयक को पेश किए जाने के चरण में विरोध किया, लेकिन सदन ने इसे पेश करने के लिए ध्वनिमत से प्रस्ताव पारित कर दिया.
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अवैध प्रवासियों को लेकर अमेरिका की डोनाल्ड ट्रंप सरकार बेहद सख्त रुख अपना रही है. हाल में भारत समेत कई देशों के घुसपैठियों को उसने बाहर का रास्ता दिखाया. ब्रिटेन भी इसी राह पर है. इस बीच हमारे यहां भी इमिग्रेशन एंड फॉरेनर्स बिल आ सकता है. इसमें अवैध रूप से सीमा पार करने वालों के लिए ज्यादा कड़ी सजाएं होंगी.
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दशकों की गुलामी से आजाद हुआ भारत अपने पैरों पर खड़ा होने की कोशिश कर रहा था. ऐसी स्थिति में भारत की उम्मीद भरी नजरें अमेरिका की तरफ थी. 1949 में प्रधानमंत्री नेहरू पहली बार अमेरिका के दौरे पर गए. भारत को आस थी कि दुनिया का सबसे ताकतवर मुल्क उनकी मदद करेगा लेकिन अमेरिका की ट्रूमैन सरकार को इसमें कोई खास दिलचस्पी नहीं थी.
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महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री का बेटा अपने दोस्तों के साथ चार्टर्ड फ्लाइट (chartered flight) से बैंकॉक (Bangkok) जा रहा था, लेकिन इस बारे में परिजनों को नहीं बताया था. इसके बाद पूर्व मंत्री ने फ्लाइट को आधे रास्ते से ही पुणे वापस बुलवा लिया. इस पूरे मामले में न केवल पुलिस बल्कि एविएशन अथॉरिटी तक को शामिल होना पड़ा.