
शेयर मार्केट में बिकेगी आपकी जमीन! IIT कानपुर विकसित कर रहा तकनीक
AajTak
शेयर मार्केट में जमीन की बिक्री शुरू होने वाली है. इसके लिए IIT कानपुर एक तकनीक पर काम कर रहा है, जिसकी मदद से शेयर बाजार में जमीनों की बिक्री संभव हो पाएगी. कहा जा रहा है कि इससे अवैध कब्जे की समस्या को कम किया जा सकता है.
आने वाले समय में आप अपनी जमीन को भी शेयर मार्केट (Share Market) में बेच पाएंगे. आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) इसके लिए तकनीक विकसित कर रहा है. IIT Kanpur द्वारा तैयार की जा रही ब्लॉक चैन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने वाला केडीए पहला गवर्नमेंट अथॉरिटी है. कानपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी (KDA) के वाइस चेयरपर्सन अरविंद सिंह ने इस तकनीक की खासियत मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र से बताई. उन्होंने प्रेजेंटेशन में अवगत कराया कि इस तकनीक के जरिए शहरवासियों को भी बड़ी राहत मिलेगी. सार्वजनिक इस्तेमाल की जमीन को सुविधानुसार शेयर मार्केट में जमीन मालिक बेच सकेंगे या जमीन ट्रांसफर कर सकेंगे.
आईआईटी विकसित कर रहा तकनीक
आईआईटी इस समय केडीए का नॉलेज पार्टनर है और वही इस तकनीक को विकसित कर रहा है. कानपुर विकास प्राधिकरण द्वारा प्रदेश में किए जा रहे इस कार्य को देश की सात बेहतर प्रैक्टिस वर्क के लिए चयनित किया गया है. प्रदेश में केडीए ही इस तकनीक की पहल कर रहा है. बुधवार को भारत सरकार के वित्त मंत्रालय द्वारा चर्चा के लिए मुख्य सचिव, प्रदेश के प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन को पत्र जारी किया गया था.
ब्लॉक चेन बेस्ड ट्रेडिंग पोर्टल
केडीए वीसी ने लखनऊ में किए गए प्रेजेंटेशन में बताया कि अगर किसी योजना के क्रियान्वयन में ऐसी जमीन दिखेगी, जो सार्वजनिक उपयोग की है मगर उसका स्वामित्व निजी जमीन मालिक के पास है तो उसका मूल्यांकन हो सकेगा. यह प्रमाण पत्र ट्रांसफरेबल होगा. ब्लॉक चेन बेस्ड ट्रेडिंग पोर्टल फॉर कैप्चरिंग टीडीआर के बारे में उन्होंने विस्तार से बताया.
आईआईटी-कानपुर के तत्वावधान में संचालित ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी के उपयोग से छेड़छाड़ या किसी भी अवैध प्रवेश को रोका जा सकेगा. प्राधिकरण की संपत्तियों के दस्तावेज व धोखाधड़ी जैसी स्थिति कम हो जाएगी.

साल 2023 में इसे डिफॉल्ट कर दिया गया. हालांकि न्यू टैक्स रिजीम को लेकर अक्सर कहा जाता है कि इसमें कुछ भी एक्स्ट्रा टैक्स छूट नहीं मिलती है, लेकिन ऐसा नहीं है. आप अन्य डिडक्शन का बेनिफिट उठा सकते हैं. सिर्फ सैलरीड ही नहीं, बल्कि अन्य लोग भी न्यू टैक्स रिजीम के तहत एक्स्ट्रा डिडक्शन का लाभ उठा सकते हैं.

इस भारी गिरावट के बाद निवेशकों को ट्रंप-जेलेंस्की की मुलाकात (Trump-Zelensky Meeting) से रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण पैदा हुए भू-राजनीतिक तनाव को खत्म करने का रोडमैप मिलने की उम्मीद थी और अनुमान था कि सोमवार को भारतीय बाजार में थोड़ी तेजी आ सकती है, लेकिन ट्रंप-जेलेंस्की के बीच बहस (Trump-Zelensky) ने चिंता पैदा कर दी है.