
'शर्मिंदा हूं, लेकिन और क्या काम करूं?' सेक्स वर्कर्स ने बताया इस्लामिक देश का सच
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एक रिपोर्ट के मुताबिक, बढ़ती महंगाई के बीच ईरान की महिलाओं और पुरुषों को सेक्स वर्क करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, ताकि उनकी रोजमर्रा की जरूरतें पूरी हो सकें.
अपनी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए ईरान की महिलाओं को सेक्स वर्कर का काम करना पड़ रहा है. इनमें से एक नेदा भी हैं. वो दिन में हेयरड्रेसर का काम करती हैं और रात में सेक्स वर्कर का. शरीर बेचकर वो अपना पेट पालने को मजबूर हैं.
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, नेदा का डाइवोर्स हो चुका है. ईरान की राजधानी तेहरान की रहनेवाली नेदा कहती हैं- मैं सेक्स वर्कर के काम से बहुत शर्मिंदा हूं. लेकिन क्या मेरे पास कोई दूसरा ऑप्शन है?
नेदा ने कहा- मैं ऐसे देश में रहती हूं, जहां औरतों का कोई सम्मान नहीं है. अर्थव्यवस्था गिरती जा रही है. और सभी चीजों की कीमतें लगभग हर दिन बढ़ती हैं. मैं अकेली हूं. बेटे का भी ख्याल रखना होता है. और अब मैं शहर के बाहरी इलाकों में एक छोटा सा घर लेना चाहती हूं. ये मेरे जीवन का कड़वा सच है कि मैं अपनी रूह बेचती हूं.
सेक्स वर्क बंद करवाने के लिए नेशनल प्रोग्राम
बता दें कि साल 2012 में ईरान ने सेक्स वर्क के धंधे से निपटने के लिए एक नेशनल प्रोग्राम बनाया था. हालांकि एनजीओ और रिर्सचरों द्वारा मिले रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसके बावजूद सेक्स वर्करों की संख्या बढ़ती जा रही है.
ईरान के संकीर्ण धार्मिक संस्थान लंबे वक्त से ऑफिशियली इस बात को कहते आ रहे हैं कि उनके देश में सेक्स वर्क नहीं होता है. वहीं इन चर्चाओं पर अधिकारियों का कहना है कि युवाओं को बर्बाद करने के लिए पश्चिमी देशों ने ये प्लॉट डिजाइन किया है.

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