
'विमानों के पीछे भागने वाले ट्रांसलेटर्स, मदद करने वालों को अमेरिका ने दिया धोखा'
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अफगानिस्तान में तालिबान का राज कायम हो चुका है. लोग काबुल एयरपोर्ट से दूसरे देशों में भागने की कोशिशों में जुटे हैं. काबुल एयरपोर्ट पर गोलीबारी तक की खबरें सामने आई थीं. अमेरिकी सेना भी काबुल एयरपोर्ट पर तैनात है.
अमेरिकी सेना हटने के बाद अफगानिस्तान में सत्ता हथियाने की तालिबान की लड़ाई निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है. काबुल के राष्ट्रपति भवन तक पर तालिबानियों का कब्जा है. अमेरिका ने अपने 6,000 सैनिकों को काबुल एयरपोर्ट पर तैनात किया है, जिससे अमेरिकी नागरिकों को बाहर निकाला जा सके. अफगानिस्तानी नागरिकों का एक बड़ा समूह अपना देश छोड़ना चाहता है.More Related News

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