![वारदात: दुनिया में तीसरे विश्व युद्ध का खतरा! कौन जीतेगा वर्चस्व की लड़ाई?](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/video/202202/russia-sixteen_nine.jpg)
वारदात: दुनिया में तीसरे विश्व युद्ध का खतरा! कौन जीतेगा वर्चस्व की लड़ाई?
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दो महाशक्तियां आमने-सामने हैं. दुनिया पर तीसरे विश्वयुद्ध का खतरा है. वर्चस्व की इस जंग में अमेरिका दबाव में है. अमेरिका बड़ी कशमकश में है, वो रूस से लड़ेगा तो चीन मज़बूत हो जाएगा, चीन से लड़ेगा तो रूस मज़बूत हो जाएगा. एक ही वक्त में दोनों से लड़ने की अमेरिका की मौजूदा वक्त में फिलहाल हैसियत नहीं है तो क्या रुसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के सामने झुक जाएगा अमेरिका, या चीन को दबाने के लिए अमेरिका को रूस के साथ समझौता करना पड़ेगा. यूं भी देखें तो हथियारों के लिहाज़ से रूस से लड़ पाने की हैसियत यूक्रेन के पास नहीं है. बिना अमेरिका या नॉटो सेना के ये नामुमकिन है, लेकिन अमेरिका अपने अलग ही गुणा-भाग में लगा हुआ है. देखें वारदात.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात ने दोनों नेताओं के बीच गहरी मित्रता को दर्शाया. ट्रंप ने मोदी को 'आई मिस यू' कहकर स्वागत किया, जबकि मोदी ने दोनों देशों के संबंधों को '1+1=111' बताया. दोनों नेताओं ने व्यापार, सुरक्षा और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की. ट्रंप ने मोदी को 'महान नेता' और 'खास व्यक्ति' बताया. मोदी ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा. दोनों नेताओं ने यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा की और शांति की आवश्यकता पर जोर दिया.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात में दोस्ती और व्यापार पर चर्चा हुई. दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की तारीफ की, लेकिन व्यापार मुद्दों पर तनाव बरकरार रहा. ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा की, जो भारत के लिए चुनौती हो सकती है. मुलाकात में एफ-35 फाइटर जेट्स और तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर भी चर्चा हुई.