लैंड स्लाइडिंग के कारण बद्रीनाथ जाने वाला रास्ता बंद, सड़क से मलबा हटाने का काम जारी
AajTak
उत्तराखंड में बद्रीनाथ जाने वाला रास्ता लैंड स्लाइडिंग के कारण बंद हो गया है. चमोली-बद्रीनाथ एनएच पर भूस्खलन का मलबा जमा है. बताया जाता है कि बुधवार शाम को ही यहां लैंड स्लाइडिंग हुई थी. उसके बाद से मार्ग बंद हो गया है. हालांकि, सड़क पर से मलबा हटाने का काम जारी है, लेकिन इतनी देर बात भी पत्थरों को नहीं हटाया जा सका है.
उत्तराखंड के चमोली-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग भारी भूस्खलन के कारण बंद हो चुका है. हनुमान चट्टी के पास लैंड स्लाइडिंग के कारण सड़क पर भारी मात्रा में पत्थर गिर जाने के कारण मार्ग पूरी तरह से बंद हो चुका है. मिली जानकारी के अनुसार बुधवार देर शाम को ही यहां लैंड स्लाइडिंग हुी थी. उस समय से लेकर अभी तक मार्ग बाधित है.
हनुमान चट्टी के पास लैंड स्लाइडिंग के कारण अभी तक नहीं मार्ग नहीं खोला गया है. अभी भी यहां मलबा जमा है. इस कारण मार्ग खोलने में और समय लग सकता है. ऐसे में कहीं ना कहीं यह परेशानी का सबब बन रहा है. क्योंकि इस समय हर कोई बद्रीनाथ धाम में यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लेने जा रहे हैं. वहीं यात्रा तैयारी सहित स्थानीय लोग अपनी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए भी जा रहे हैं.
मार्ग बंद होने के कारण लोगों को हो रही परेशानी मार्ग बंद होने के कारण अब लोग हनुमान चट्टी से आगे बद्रीनाथ की ओर नहीं जा पा रहे हैं. वहीं बद्रीनाथ से लौटने वाले लोग वापस नहीं लौट पा रहे हैं. क्योंकि मार्ग पूरी तरह से बंद पड़ा हुआ है. हालांकि, मलबे को हटाने का काम जारी है, लेकिन अब तक सड़क पूरी तरह से साफ नहीं हो पाया है.
जंगल की आग से जूझ रहा उत्तराखंड उत्तराखंड इन दिनों प्राकृतिक आपदा से जूझ रहा है. एक तरफ जहां भूस्खलन से बद्रीनाथ जाने वाला रास्ता बंद हो गया है. वहीं पिछले एक सप्ताह से प्रदेश के विभिन्न इलाकों में जंगल में आग लगी हुई है. एक जगह मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जाता है, तो दूसरी तरफ फिर अन्य इलाकों में आग लग जा रही है.
पाकिस्तान में इमरान खान की अपील पर उनके समर्थक विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. वे डी-चौक तक मार्च करना चाहते थे, लेकिन उन्हें कंटेनर लगाकर बीच में ही रोक दिया गया है. दरअसल, इस क्षेत्र में संसद, पीएम और राष्ट्रपति का कार्यालय, और सुप्रीम कोर्ट भी है. यहां से एक चौंका देने वाला वीडियो सामने आया है, जहां सेना के जवान ने नमाज पढ़ रहे एक शख्स को कंटेनर से नीचे फेंक दिया.
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हम लगेज पॉलिसी लेकर आए हैं, जब भी हम कुछ लागू करते हैं, तो हमें सुझाव मिलते हैं, जनता की मांग थी कि दूध और सब्जी का उत्पादन करने वाले या सप्लाई करने वाले किसानों को हमारी बसों में रियायत दी जाए, हमने उनकी मांग को स्वीकार किया और दूध और सब्जी सप्लायरों के लिए टिकट हटा दिए हैं.
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एहतियाती उपायों की समीक्षा के लिए सचिवालय में हाईलेवल बैठक बुलाई. इस दौरान भारी बारिश की संभावना वाले क्षेत्रों में NDRF और SDRF की टीमों को तैनात करने का निर्देश दिया. कुल 17 टीमों को तैनात किया गया है, इसमें चेन्नई, तिरुवरुर, मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम और कुड्डालोर और तंजावुर जिले शामिल हैं.