रोशन अली से बना रोशन लाल, पहले हिंदू लड़की से कर लिया मंदिर में विवाह; फिर गांव जाकर पढ़वाया निकाह
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दिल्ली में काम करने वाले रोशन अली ने हिंदू युवती से शादी करने के लिए पहले धर्म परिवर्तन किया और मुस्लिम धर्म छोड़ रोशन लाल नाम रख लिया. हिंदू रीति रिवाज से आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली. कुछ दिन बाद जब अपने गांव लौटा तो फिर रोशन अली बनकर युवती के साथ निकाह पढ़वाया.
UP News: हरदोई जिले के एक मुस्लिम युवक ने दिल्ली में हिंदू युवती से मंदिर में शादी की और फिर गांव लौटने पर उसके साथ निकाह कर लिया. जानकारी लगने पर हिंदू संगठनों ने इस मामले को लव जिहाद बताकर पुलिस थाने जाकर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
दरअसल, सुरसा थाना इलाके के रामपुर गांव के रहने वाले नसीरुद्दीन का बेटा रोशन अली दिल्ली में रहकर फूलों के डेकोरेशन की दुकान पर काम करता था. जहां उसकी मुलाकात कमलेश बंसल की बेटी लक्ष्मी बंसल से हुई. दोनों का आपस में प्रेम प्रसंग हो गया लेकिन अलग-अलग धर्म होने की वजह से युवती के परिजन रिश्ते के लिए राजी नहीं थे.
ऐसे में लक्ष्मी बंसल से शादी करने के लिए उसने धर्म परिवर्तन कर हिंदू धर्म अपना लिया और हिंदू रीति-रिवाज से इसी साल तीन अप्रैल 2023 को तीस हजारी कोर्ट स्थित आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली.
'दोनों के घरवालों को खुश रखना मकसद'
दिल्ली में हुई इस शादी में लड़की के परिवारवाले शरीक हुए थे. लेकिन रोशन के घरवाले नहीं शामिल हुए थे. रोशन के मुताबिक, उसके घरवाले शादी को लेकर नाराज थे. किसी तरह अपने परिजनों को मनाकर एक सप्ताह पहले वह अपने गांव वापस आया था. यहां अपने परिजनों के कहने पर उसने लक्ष्मी बंसल को रोशनी बनाकर निकाह पढ़वाया. रोशन अली के मुताबिक, उसने विवाह और निकाह इसलिए किया ताकि लड़की के घरवाले और उसके परिजन खुश रहें.
'मालूम था शौहर मुस्लिम है'
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