रेमडेसिविर के लिए न करें भागम-भाग, AIIMS के डॉक्टरों की ये सलाह जानिए, फिर फैसला कीजिए
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कोरोना के इलाज में इस्तेमाल होने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर AIIMS के डॉक्टरों ने एक महत्वपूर्ण सलाह दी है, विशेषज्ञ डॉक्टरों का कहना है कि रेमडेसिविर कोरोना के इलाज की रामबाण दवा नहीं है.
ऋषिकेश: कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए मारामारी मची है, रेमडेसिविर के लिए आतुरी की इंतहा ये है कि कई जगहों से इसकी कालाबाजारी और नकली इंजेक्शन बनाने की भी खबरें सामने आईं. अगर आप भी रेमडेसिविर की किल्लत की खबरों से परेशान हैं तो ये जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है. AIIMS के डॉक्टरों ने ये महत्वपूर्ण सलाह जारी की है कि रेमडेसिविर कोरोना के इलाज की रामबाण दवा नहीं है और न ही ये जीवन रक्षक दवा है. ये वैसे ही कोरोना के लक्षणों और बुखार को कम करने के काम आती है, जैसे पैरासिटामोल दवा काम आती है. 'रेमडेसिविर के लिए न हों परेशान' ऋषिकेश AIIMS के कोविड नोडल अधिकारी ने लोगों को सलाह दी है कि रेमडेसिविर न मिलने पर बिल्कुल भी परेशान होने की जरूरत नहीं है. रेमिडेसिविर कोरोना के इलाज का कोई आखिरी विकल्प नहीं है. उन्होने कहा कि अगर कोई कोरोना संक्रमित हो गया तो उसे सबसे पहले को-मोर्बिलिटीज डिसीज के उपचार पर ध्यान देना चाहिए. कोरोना के लक्षण सामने आने पर इलाज की प्रक्रिया तीन चरणों में अपनानी चाहिएShagun Yojana: बेटियों की शादी पर सरकार दे रही 31,000 रुपये की मदद, जानिए- किस विभाग में मिलना होगा?
Shagun Yojana ki Jankari: राज्य सरकार की ओर से गरीब परिवारों को बेटियों की शादी पर शगुन दिया जाता रहा है. योजना का मुख्य उद्देश्य 18 वर्ष से अधिक आयु के बीपीएल परिवारों की लड़कियों और महिलाओं पर बेटियों की शादी का बोझ कम करके उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करना है.
How to apply for internship scheme: स्कीम के तहत पात्र उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पूरा करने वाले छात्र हैं. इनमें ITI प्रमाणपत्र रखने वाले, पॉलिटेक्निक संस्थानों से डिप्लोमा रखने वाले या स्नातक की डिग्री रखने वाले लोग शामिल हैं. इन्हें ही आवेदन करने की पात्रता है. यह कार्यक्रम विशेष रूप से 21 से 24 वर्ष की आयु के भारतीय नागरिकों के लिए डिजाइन किया गया है जो वर्तमान में फुल टाइम रोजगार या शिक्षा में नहीं हैं.