राज्यसभा में चर्चा के दौरान बोले नितिन गडकरी- मैं तो Father of Toll Tax हूं
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केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने खुद को Father of Toll Tax बता दिया है. उन्होंने एक नई पहल करने की बात भी कही है. अब उन सिटी एयिरा को हटाकर टोल टैक्स का प्वाइंट बनाया जाएगा जिससे उस शहर के लोगों पर टैक्स का भार ना पड़े.
बुधवार को राज्यसभा में एक्सप्रेस वे पर लगने वाले टोल टैक्स मुद्दे पर अहम चर्चा हुई. कई ऐसे एक्सप्रेस वे हैं जहां पर शहरों में ही टोल टैक्स बना दिए गए हैं और इस वजह से उन लोगों को भी टोल देना पड़ता है जो एक्सप्रेस वे का इस्तेमाल ना के बराबर करते हैं. अब इसी मुद्दे पर बहस के दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने खुद को Father of Toll Tax बता दिया है. एक तरफ उन्होंने ये समस्या यूपीए सरकार की देन बता दिया तो दूसरी तरफ अपना पुराना अनुभव भी साझा किया.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सौभाग्य से या दुर्भाग्य से मैं ही Father of Toll Tax हूं. मैंने ही इस देश में सबसे पहले टोल टैक्स का चलन शुरू करवाया था. जब 1995 से 1999 तक मैं महाराष्ट्र सरकार में मंत्री हुआ करता था, मुंबई-पुणे एक्सप्रेस वे पर काम शुरू हुआ था. लेकिन अब स्थिति दूसरी है, एक्सप्रेस वे तो हर जगह बन गए हैं, समस्या तो जगह-जगह बनते टोल टैक्स से प्वाइंट से है.
नितिन गडकरी ने साफ कर दिया है कि सरकार इस प्रक्रिया को जल्द बदलने वाली है. उस नई प्रक्रिया में सिटी एयिरा को हटाकर टोल टैक्स का प्वाइंट बनाया जाएगा जिससे उस शहर के लोगों पर टैक्स का भार ना पड़े. उन्होंने जानकारी भी दी कि अभी कोई 10 किलोमीटर ही एक्सप्रेस वे पर सफर करता है, लेकिन उसे टैक्स पूरे 75 किलोमीटर का देना पड़ता है. केंद्रीय मंत्री इस चलन को सही नहीं मानते हैं. उन्होंने ये जरूर कहा है कि ये समस्या पिछली सरकार की देन है, लेकिन वे इसे सही करने का आश्वासन दे रहे हैं.
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