राजस्थान में सियासी संग्राम जारी, सीएम गहलोत के 'दूत' बोले- दो महीने तक कैबिनेट में फेरबदल नहीं
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राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच विवाद अभी खत्म होता नजर नहीं आ रहा है. पायलट गुट छोड़कर गहलोत गुट में शामिल हुए विधायक भंवरलाल शर्मा ने कहा कि अगले दो महीने तक सीएम किसी से न ही मिलेंगे और न ही मंत्रिमंडल में कोई फेरबदल होगा.
राजस्थान की राजनीति में फिर से सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच विवाद शुरू हो गया है. इस बार विवाद कैबिनेट में फेरबदल को लेकर हो रहा है. लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से भेजे गए 'दूत' ने कह दिया है कि अगले दो महीने तक सीएम न तो किसी से मुलाकात करेंगे और न ही मंत्रिमंडल में कोई फेरबदल होगा. दरअसल, हाल में ही सरदार शहर के विधायक भंवरलाल शर्मा पायलट गुट छोड़कर गहलोत गुट में आ गए हैं. गहलोत गुट ने उन्हें 'दूत' बनाकर मैदान में उतार दिया है. भंवरलाल शर्मा का कहना है कि कोरोना के वक्त मंत्रिमंडल में विस्तार की बात नहीं करनी चाहिए. उन्होंने ये भी कहा कि दो महीने तक सीएम किसी से मिलने वाले नहीं हैं और दो महीने तक मंत्रिमंडल विस्तार भी नहीं होगा. ये बातें तब कहीं जा रही हैं जब सचिन पायलट लगातार मंत्रिमंडल में फेरबदल की मांग कर रहे हैं.मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
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