'मैं यहां क्यों हूं', साउथ कोरिया विमान हादसे में जिंदा बचे 2 लोगों की कहानी, क्रैश में 179 लोगों की मौत
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दक्षिण कोरिया में रविवार को हुए विमान हादसे में 179 लोगों की जान चली गई, लेकिन प्लेन में सवार दो लोग इस भयानक क्रैश के बाद भी जिंदगी की जंग जीत गए. लेकिन जब वे अस्पताल पहुंचे तो उन्हें इस हादसे के बारे में कुछ भी याद नहीं था.
दक्षिण कोरिया में रविवार को हुए विमान हादसे में 179 लोगों की जान चली गई, लेकिन प्लेन में सवार दो लोग इस भयानक क्रैश के बाद भी जिंदगी की जंग जीत गए. लेकिन जब वे अस्पताल पहुंचे तो उन्हें इस हादसे के बारे में कुछ भी याद नहीं था. रिपोर्ट्स के अनुसार, होश में आने के बाद दोनों इस हादसे को याद नहीं कर पा रहे थे और जब उनकी हालत के बारे में सवाल पूछा गया, तो वे भ्रमित और उलझन में दिखाई दिए.
जानें कौन हैं हादसे में बचने वाले...
इस हादसे में जिन दो लोगों की जान बची है वो दोनों ही चालक दल के सदस्य हैं. इन्हें आपातकालीन कर्मियों ने अस्पताल में भर्ती कराया था. डॉक्टरों ने जब 32 वर्षीय चालक दल के सदस्य ली से उनके हाल के बारे में पूछा तो उन्होंने डॉक्टरों से सवाल किया "क्या हुआ?" और "मैं यहां क्यों हूं?"
डॉक्टर्स का कहना है कि ली की प्रतिक्रिया शॉक के कारण हो सकती है. अस्पताल के एक कर्मचारी ने कहा, "ऐसा लगता है कि वह एक लगभग पैनिक स्थिति में थे, संभवतः विमान और यात्रियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित थे."
विमान के पिछले हिस्से में थे ली
रिपोर्ट के अनुसार, ली विमान के पिछले हिस्से में यात्रियों की मदद के लिए तैनात थे. उन्हें इस हादसे में गंभीर चोटें आई हैं. उनका बायां कंधा टूट गया है और सिर में गंभीर चोट लगी है. हालाकि वह होश में थे और बाद में अपने परिवार के अनुरोध पर एक अस्पताल में भेजे गए.
पिछले साल 5 अगस्त को पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार का पतन होने के बाद बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन हुआ था, जिसका नेतृत्व 84 वर्षीय नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस को सौंपा गया. गत 16 दिसंबर को विजय दिवस के मौके पर अपने भाषण के दौरान, मुहम्मद यूनुस ने संकेत दिया था कि बांग्लादेश में आम चुनाव 2026 की शुरुआत में हो सकते हैं.