मेहुल चोकसी की वापसी में कानूनी पेंच, प्रत्यर्पण पर बात करने डोमिनिका जा सकते हैं भारतीय अधिकारी
AajTak
अभी तक केवल सरकारी अधिकारी ही मेहुल चोकसी को भारत भेजने के लिए प्रक्रिया को अंतिम रूप देने में शामिल थे, जिसमें इंटरपोल के साथ डोमिनिकन, एंटीगुआन और भारतीय अधिकारी शामिल थे, लेकिन कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद, उसे भारत भेजने का मामला मुश्किल हो सकता है.
पीएनबी घोटाले के आरोपी और भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को भारत लाने का इंतजार थोड़ा लंबा हो सकता है क्योंकि मेहुल के निर्वासन या प्रत्यर्पण का मामला डोमिनिका में कानूनी पचड़ों में फंस गया है. सूत्रों का कहना है कि भारतीय अधिकारी घटनाक्रम पर कड़ी नजर रख रहे हैं और अगले हफ्ते एक वरिष्ठ अधिकारी डोमिनिका का दौरा कर प्रत्यर्पण की संभावनाओं का पता लगा सकते हैं. स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, त्रिनिदाद और टोबैगो में स्थित भारतीय उच्चायुक्त अरुण कुमार साहू, मेहुल चोकसी के निर्वासन या भारत प्रत्यर्पण की संभावनाओं पर चर्चा करने के लिए अगले हफ्ते डोमिनिका की यात्रा करने के लिए तैयार हैं. साहू पूरे घटनाक्रम पर कड़ी नजर रखे हुए हैं और भारत में कई अन्य वरिष्ठ सरकारी अधिकारी भी मेहुल चोकसी को निर्वासित करने का तरीका खोजने की कोशिश कर रहे हैं.पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने पैसेंजर वैन पर बरसाईं गोलियां, हमले में 17 लोगों की मौत
आतंकी हमले में 10 लोगों की जान चली गई और एक पुलिस अधिकारी सहित दर्जनों लोग घायल हो गए. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी.
यूक्रेन युद्ध को 1000 दिन हो चुके हैं और इस दौरान वहां से लाखों लोग विस्थापित होकर देश छोड़ चुके है. ये लोग यूक्रेन के सभी पड़ोसी देशों में पलायन कर गए हैं जिसमें मोल्दोवा, स्लोवाकिया, इटली, पोलैंड, जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन शामिल हैं. इस तरह पिछले ढाई सालों में यूक्रेन के लोग पूरे यूरोप में विस्थापित हो चुके हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डोमिनिका के सर्वोच्च पुरस्कार 'डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया गया. इस सम्मान का आयोजन गुयाना में आयोजित भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में डोमिनिका की राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन ने किया. प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान को प्राप्त करने के बाद इसे भारत के 140 करोड़ नागरिकों को समर्पित किया है. देखें...
इस सम्मान से सम्मानित होने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि गुयाना के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर मैं मेरे मित्र राष्ट्रपति इरफान अली का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं. ये सम्मान केवल मेरा ही नहीं बल्कि भारत के 140 करोड़ लोगों का सम्मान है. यह हमारे संबंधों के प्रति आपकी गहरी प्रतिबद्धता का सजीव प्रमाण है जो हमें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहेगा.